कुलभूषण जाधव मामले में ठोस सुबूत रखेगा पाकिस्तान
कानूनी सहायता दिए बगैर जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई है।
लंदन, आइएएनएस। खुफिया ऑपरेशन के दौरान पकड़े गए भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव के मामले में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में पाकिस्तान अपना पक्ष मजबूती से रखेगा। यह बात पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कही है। जाधव के भारतीय जासूस होने का दावा पाकिस्तान सरकार करती है जबकि वास्तव में वह भारत के पूर्व नौसैनिक अधिकारी हैं जो अपने कारोबार के सिलसिले में ईरान के सीमावर्ती इलाके में गए थे जहां से तालिबान ने उन्हें पकड़कर पाकिस्तानी एजेंसियों के हवाले कर दिया था।
कानूनी सहायता दिए बगैर जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई है। भारत ने इस सजा के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में अपील की है, जहां से जाधव की सजा को स्थगित कर दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मामले की अगली सुनवाई इसी महीने में है। मैनचेस्टर में आयोजित एक स्वागत समारोह में कुरैशी ने कहा, पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में जाधव के शामिल होने के सारे सुबूत मौजूद हैं। जाधव ने उन सभी घटनाओं में खुद के शामिल होने की पुष्टि की है।
पाकिस्तान का कानूनी दल इन्हीं सारे सुबूतों को 19 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय, हेग में सुनवाई के दौरान रखेगा। पाकिस्तान सरकार के अनुसार जाधव कोई सामान्य व्यक्ति नहीं है। वह पाकिस्तान में तोड़फोड़ वाली गतिविधियां करने के उद्देश्य से ही प्रविष्ट हुआ था। उसने अपना कार्यक्षेत्र बलूचिस्तान को बनाया था। भारत ने पाकिस्तान के इन आरोपों का खंडन किया है। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय संयुक्त राष्ट्र के अंतर्गत कार्य करती है और यह देशों के बीच होने वाले विवादों को सुलझाने का कानूनी मंच है।