Coronavirus: पाकिस्तान सरकार ने रमजान के दौरान मस्जिदों में सामूहिक प्रार्थना की दी अनुमति
कोरोना महामारी के बीच पाकिस्तान हुकूमत ने ऐलान किया है कि 9 मई के बाद राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को चरणबद्ध रूप से खत्म किया जाएगा।
इस्लामाबाद, एजेंसी। कोरोना महामारी के बीच पाकिस्तान हुकूमत ने ऐलान किया है कि 9 मई के बाद राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को चरणबद्ध रूप से खत्म किया जाएगा। लॉकडाउन में यह ढील ऐसे वक्त दी जा रही है, जब पाकिस्तान में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बता दें कि कोरोना के व्यापक प्रसार को रोकने के मद्देनजर पाकिस्तान में 9 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था। हालांकि, शुरुआत में देश की माली हालात को देखते हुए पाकिस्तान की इमरान सरकार राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के पक्ष में नहीं थी।
लॉकडाउन खत्म करने का इमरान ने दिया तर्क
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लॉकडाउन खोलने की वजह बताते हुए कहा कि इसके चलते देश की माली अर्थव्यस्था पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से आम लोगों के साथ मजदूरों और छोटे व्यापारियों की रोजी-रोटी पर प्रतिकूल असर पड़ा है। राष्ट्रीय समन्वय समिति की बैठक के बाद प्रधानमंत्री इमरान मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि देश में लॉकडाउन को चरणबद्ध ढंग से खोलने का फैसला लिया है। इमरान ने कहा कि कोरोना महामारी बीच लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश के तंग अर्थव्यवस्था में हम लॉकडाउन को लंबे समय तक जारी नहीं रख सकते हैं।
बोले इमरान हम देश को अधिक समय तक बंद रखने का जोखिम नहीं उठा सकते
उन्होंने कहा कि हम एक विकासशील मुल्क हैं और हम देश को अधिक समय तक बंद रखने का जोखिम नहीं उठा सकते। आपातकालीन सेवा को छोड़कर दुकानों के बाजारों, शॉपिंग सेंटर और कार्यालयों के बंद होने से देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई। हमारे कर राजस्व में 35 फीसद की कमी आई है, जबकि देश में लॉकडाउन के कारण निर्यात में भी कमी आई है।
रमजान के दौरान मस्जिदों में सामूहिक प्रार्थना की भी अनुमति दी
उधर, सरकार ने रमजान के इस्लामी पवित्र महीने के दौरान मस्जिदों में सामूहिक प्रार्थना की भी अनुमति दी। हालांकि, अधिकारियों ने 15 जुलाई तक पूरे देश में शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने की योजना बनाई है। हमारे पास पहले से ही सीमित धन था और हमने इसे लोगों के कल्याण पर खर्च किया। हम लॉकडाउन से प्रभावित सभी लोगों की मदद नहीं कर सकते।