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नवाज शरीफ की मुश्किलें बढ़ी, इमरान सरकार ने शुरू की ब्रिटेन से प्रत्यर्पण की प्रक्रिया

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। इमरान सरकार ने उनके प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन के साथ कानूनी प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। वर्तमान में पाकिस्तान का ब्रिटेन के साथ कोई प्रत्यर्पण संधि नहीं है।

By TaniskEdited By: Published: Sat, 19 Dec 2020 01:29 PM (IST)Updated: Sat, 19 Dec 2020 01:29 PM (IST)
नवाज शरीफ की मुश्किलें बढ़ी, इमरान सरकार ने शुरू की ब्रिटेन से प्रत्यर्पण की प्रक्रिया
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और वर्तमान प्रधानमंत्री इमरान खान।

इस्लामाबाद, एपी। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। इमरान सरकार ने उनके प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन के साथ कानूनी प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। उन्हें पहले ही भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री शिबली फराज ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया के शुरू होने के बाद ब्रिटेन द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री को पाकिस्तान को सौंपने का रास्ता साफ होगा।लंदन में निर्वासन में रहने वाले शरीफ को इसी महीने पाकिस्तान के एक कोर्ट ने भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करने के लिए स्वदेश लौटने में विफल रहने पर कानूनी तौर पर भगोड़ा घोषित कर दिया था।

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फराज ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि यह ब्रिटिश अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे 'शरीफ जैसे अपराधियों' को वहां न रहने दें। 2018 में भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के अलग-अलग मामलों में शरीफ को सात साल जेल की सजा सुनाई गई थी। उन्होंने कहा कि शरीफ को वापस लाने के लिए हम कोशिश कर रहे हैं, हमने पहले भी कोशिश की है और हम कोशिश करते रहेंगे। 

वर्तमान में पाकिस्तान का ब्रिटेन के साथ कोई प्रत्यर्पण संधि नहीं है। इसे लेकर ब्रिटेन ने की कोई तत्काल टिप्पणी नहीं की है। इस प्रक्रिया में कई साल लगेंगे और संसद में कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है। शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग पार्टी (PMLV) वर्तमान में प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ देशभर में रैलियां कर रही है। पार्टी ने खराब शासन और अर्थव्यवस्था की बिगड़ी हालत को लेकर उनसे महीने के अंत तक  इस्तीफा देने को है।

इमरान खान ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया। विपक्ष ने मध्यावधि चुनाव के लिए 2021 में संसद और प्रांतीय विधानसभाओं से इस्तीफा देने की बात कही है। इसे लेकर इमरान ने कहा है कि चुनाव होंगे, लेकिन केवल विपक्षी सदस्यों द्वारा खाली सीटों को भरने के लिए। 70 वर्षीय शरीफ, तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके हैं।


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