IMF के कर्ज ने पाक वित्त मंत्री समेत कई की ली नौकरी, अंतिम दौर में बातचीत
IMF से कर्ज लेने की कोशिशों के बीच पाकिस्तान में वित्त मंत्रीगर्वनर और रेवेन्यू प्रमुख को अपने पद गंवाने पड़े। इमरान सरकार ने आइएमएफ के अर्थशास्त्री को बनाया स्टेट बैंक का गर्वनर
इस्लामाबाद, प्रेट्र। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) से कर्ज लेने की कोशिशों के बीच पाकिस्तान में वित्त मंत्री असद उमर समेत कई को अपना पद गंवाना पड़ा। इस मसले पर कुछ हफ्ते पहले वित्त मंत्री असद उमर के इस्तीफे के बाद स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) और फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (एफबीआर) के प्रमुखों को भी अपने पद गंवाने पड़े।
अंतिम दौर में हुए फेरबदल
इमरान सरकार ने तारिक बाजवा की जगह आइएमएफ में कार्यरत अर्थशास्त्री डॉ रजा बाकिर को एसबीपी का नया गर्वनर नियुक्त किया है। जहांजेब खान की जगह मुज्तबा मेमन को एफबीआर का अध्यक्ष बनाया गया है। प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार ने यह फेरबदल ऐसे समय पर किया है जब अरबों डॉलर के बेलआउट पैकेज (वित्तीय मदद) को लेकर आइएमएफ से बातचीत अंतिम दौर में है।
गंभीर नकदी संकट से जूझ रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान गंभीर नकदी संकट से जूझ रहा है जिससे उसकी अर्थव्यवस्था पर खतरा है। हाल में उसे चीन, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात से कई अरब डॉलर की सहायता मिली है। इस संकट से निपटने के लिए उसने आइएमएफ से आठ अरब डॉलर (करीब 55 हजार करोड़ रुपये) की सहायता मांगी है।
इस वजह से हुआ फेरबदल
आइएमएफ के साथ किसी समझौते पर नहीं पहुंच पाने के कारण ही उमर को वित्त मंत्री का पद छोड़ने को कहा गया था। इसके बाद अब्दुल हाफिज शेख को वित्तीय सलाहकार बनाया गया था। इसी क्रम में एसबीपी और एफबीआर के प्रमुख भी बदले गए हैं। कर्ज को लेकर आइएमएफ के साथ होने वाले बातचीत में दोनों की अहम भूमिका थी।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप