भारत की बढ़ती सैन्य ताकत से घबराया पाक, कहा- बिगड़ रहा सैन्य संतुलन
भारत की बढ़ती सैन्य ताकत से घबराए पाकिस्तान के राष्ट्रपति सज्जाद हुसैन अल्वी ने भारत के हथियार खरीद पर उंगली उठाई है। अब याद आई सैन्य संतुलन की बात।
नई दिल्ली, एजेंसी। भारत की बढ़ती सैन्य ताकत से घबराए पाकिस्तान के राष्ट्रपति सज्जाद हुसैन अल्वी ने भारत के हथियार खरीद पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के मारक हथियारों की खरीद से भारत दक्षिण एशिया में सामरिक संतुलन बिगाड़ रहा है। बता दें कि भारत ने अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए हाल में ही दो बड़े समझौते किए हैं। भारत रूस से एस-400 मिसाइल सिस्टम और फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद को अंतिम रूप दे चुका है। ये सौदे भारत की सेना को और मजबूत बनाएंगे।
पाक ने छेड़ा हुआ है छद्म युद्ध
भारत की बढ़ती सैन्य ताकत से पाकिस्तान हताश है। करीब एक साल पहले ही भारत ने पाकिस्तान की सरहद में घुसकर आतंकियों को मार गिराया था। इस सर्जिकल स्ट्राइक की भारत ही नहीं पूरे विश्व में चर्चा हुई थी। इसके बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और सीमा पर लगातार सीज फायर का उल्लंघन कर रहा है।
इशारों-इशारों में हमला
अल्वी ने पाकिस्तान की सेना की हौसला-अफजाई करते हुए कहा कि पाकिस्तान अपनी सीमा की रक्षा करना जानता है। हम अपनी अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में सक्षम हैं। रूस का नाम लिए बगैर इशारों में कहा कि जो देश इस तरह की परमाणु टेक्नोलॉजी और सैन्य हार्डवेयर पड़ोसी को दे रहे हैं, वह क्षेत्रीय सुरक्षा में खतरा पैदा कर रहे हैं।
हथियारों के प्रसार पर लगे रोक
भारत को सैन्य सामान बेचे जाने पर अल्वी ने अपनी आपत्ति जताते हुए कहा कि इस तरह की खरीद-फरोख्त से हथियारों के प्रसार पर रोक लागने की विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगता है। राष्ट्रपति सज्जाद हुसैन अल्वी ग्लोबल नॉन प्रोलिफेरेशन रिज्म: चैलेंज और रिस्पांस नाम के एक कार्यक्रम में अपनी बात रख रहे थे। यह कार्यक्रम सामरिक अध्ययन संस्थान ने करवाया था।
पाक रखता है सामरिक स्थिरता का ख्याल
इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस क्षेत्र में सामरिक स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। हम संयम और जिम्मेदारी के साथ अपने काम करेंगे। अल्वी ने इंटरनेशनल कम्यूनिटी का ध्यान सर्जिकल स्ट्राइक और सीमित युद्ध की तरफ भी खींचा। बता दें कि भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान की सीमा से भारत में घुसपैठ के लिए तैयार 20 आंतकियों को मारा गिराया था।
हमने मजबूरी में किया परमाणु परीक्षण
अल्वी ने उम्मीद जताते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही देश इस सैन्य संतुलन को स्थापित करने में साथ रहेंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा से शांति का प्रवर्तक रहा है और इसकी भावनाओं का हमेशा से ख्याल नहीं रखा गया है। भारत पर इल्जाम लगाते हुए कहा कि परमाणु परीक्षण कर भारत ने दक्षिण एशिया में भी यह दौड़ शुरू कर दी इसके बाद हमने मजबूर होकर परमाणु परीक्षण किया ताकि क्षेत्र में संतुलन बना रहे।