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विदेशी चंदे का मुद्दा बन रहा इमरान के गले की फांस, शाहबाज शरीफ ने मांगा पीएम से इस्‍तीफा

पार्टी को मिले विदेशी चंदे की जानकारी छिपाना इमरान खान और उनकी पार्टी के लिए मुश्किल साबित होता जा रहा है। इस मुद्दे पर विपक्ष एकजुट है। पीएमएल-एन के अध्‍यक्ष शाहबाज शरीफ ने अब इमरान खान से इस्‍तीफा मांगा है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sun, 09 Jan 2022 09:16 AM (IST)Updated: Mon, 10 Jan 2022 07:08 AM (IST)
विदेशी चंदे का मुद्दा बन रहा इमरान के गले की फांस, शाहबाज शरीफ ने मांगा पीएम से इस्‍तीफा
पीएमएल-एन के अध्‍यक्ष और नवाज के भाई हैं शाहबाज शरीफ (फाइल फोटो)

इस्‍लामाबाद (एएनआई)। पाकिस्‍तान मुस्लिम लीग- नवाज (पीएमएल-एन) के अध्‍यक्ष शाहबाज शरीफ ने इमरान खान की पार्टी द्वारा लिए गए विदेशी चंदे की जानकारी छिपाने के लिए प्रधानमंत्री से इस्‍तीफा मांगा है। आपको बता दें कि कुछ दिनों से ये मुद्दा पाकिस्‍तान के राजनीतिक गलियारों में छाया हुआ है। इसकी वजह दरअसल, वो रिपोर्ट है जो कुछ समय पहले ही चुनाव आयोग को सौंपी गई थी और जिसको हाल ही में जारी किया गया है। इसमें कहा गया हे कि इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने विदेशी चंदा मिलने की बात छिपाई और उन बैंक अकांउट का भी जिक्र नहीं किया जहां से ये मिली है। 

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शाहबाज का कहना है कि इमरान खान ने लाखों रुपये की जानकारी छिपाई है। एक व्‍यक्ति जो गलत साक्ष्‍य पेश करता है, झूठ बोलता है, गलत जानकारी देता है, वो सरकार के किसी भी संवेधानिक पद पर रहने के काबिल नहीं है। उन्‍होंने अपना ये बयान सोशल मीडिया पर जारी किया है। पीएमएल-एन अध्‍यक्ष ने ये भी कहा कि देश का संविधान की भी यही मांग है कि इमरान खान को अपने पद से इस्‍तीफा देना चाहिए। पाकिस्‍तान के चुनाव आयोग की रिपोर्ट के सामने आने के बाद इमरान खान द्वारा लिया गया कोई भी फैसला कानूनी और संवैधानिक रूप से सही नहीं हो सकता है। देश के सभी नेता और पार्टियां जो देश के संविधान में विश्‍वास रखती हैं उन्‍हें अब अपनी अहम भूमिका निभानी होगी और इस वैक्‍यूम को भरना होगा।

गौरतलब है कि पाकिस्‍तान चुनाव आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है कि इमरान खान ने उनकी पार्टी को मिले विदेशी चंदे की बात छिपाई। ये चंदा कोई हजारों या लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों में था। इसीपी की रिपोर्ट में कहा गया है कि पीटीआई को 1.64 बिलियन रुपये की फंडिंग हुई। इसमें ये भी कहा गया है कि पीटीआई ने 310 मिलियन रुपये की जानकारी चुनाव आयोग से छिपाई। आपको बता दें कि वर्ष 2019 में बनी एक कमेटी ने पीटीआई को मिली फंडिंग का आडिट किया था। इस पार्टी का गठन करने वाले अखबर बाबर ने ये आरोप लगाया था कि पार्टी को गलत तरीके से लाखों रुपये का चंदा हासिल हुआ है।


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