पाकिस्तान का 72वां स्वतंत्रता दिवस आज, इसलिए 14 अगस्त को मनाता है आजादी का जश्न
पाकिस्तान आज अपना 72वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। पाकिस्तान के रूप में अलग राष्ट्र की स्वीकृति उसे 14 अगस्त को ही मिल गई थी।
इस्लामाबाद (एजेंसी)। पाकिस्तान आज अपना 72वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। भारत की तरह ही पाकिस्तान में भी उत्साह के साथ स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाया जाता है। यहां प्रार्थनाओं और ध्वजारोहण के साथ स्वतंत्रता दिवस का उत्सव शुरू हो चुका है। देश की सभी सार्वजनिक इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। इन सभी इमारतों को 14 अगस्त के उपलक्ष्य में ध्वज पट्टी और लाइट्स से सजाया गया है। इस बीच राजधानी इस्लामाबाद में 31 तोपों की सलामी के साथ दिन की (स्वतंत्रता दिवस) शुरुआत हुई। वहीं, सभी चार प्रांतीय राजधानियों में भी 21 तोपों की सलामी दी गई।
स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह इस्लामाबाद के कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जाएगा, जहां राष्ट्रपति ममून हुसैन द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। इस समारोह में कार्यवाहक प्रधानमंत्री नसीरुल मुल्क, तीनों सेनाओं के प्रमुख और अन्य उल्लेखनीय व्यक्तित्वों के शामिल होने की उम्मीद है। ध्वजारोहण समारोह प्रांतीय राजधानियों के साथ ही जिला मुख्यालयों में भी आयोजित किया गया है। कायद-ए-आजम मोहम्मद अली जिन्ना और अलामा इकबाल के कराची और लाहौर स्थित मकबरे पर 'चेंज- ऑफ- गार्ड' समारोह भी आयोजित किया जाएगा।
इस बीच वाघा सीमा पर तैनात पाकिस्तानी रेंजर्स के अधिकारियों ने भारतीय सीमा सुरक्षा बल के जवानों को मिठाइंया भी दीं। वहीं, पाकिस्तान में आम लोगों के बीच भी स्वतंत्रता दिवस का क्रेज देखने को मिला। जहां लोगों ने अपने उत्साह को प्रदर्शित करने के लिए राष्ट्रीय ध्वज, टी-शर्ट, बैंड आदिर खरीदने के लिए बाजारों में उमड़ पड़े हैं।
बता दें कि हर साल 14 अगस्त को पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। 15 अगस्त, 1947 भारतीय इतिहास की वो तारीख है जब हमारा देश ब्रिटिश हुकूमत से आजाद हुआ था। वहीं इसी दिन पाकिस्तान को भी आजादी मिली थी, लेकिन 15 अगस्त के बावजूद पाकिस्तान अपनी आजादी का जश्न 14 अगस्त को मनाता है। पाकिस्तान में 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाए जाने की वजह बताई जाती है कि पाकिस्तान के रूप में अलग राष्ट्र की स्वीकृति उसे 14 अगस्त को मिल गई थी। इसी दिन ही ब्रिटिश लॉर्ड माउंटबेटेन ने पाकिस्तान को स्वत्रंत राष्ट्र का दर्जा देकर सत्ता सौंपी थी।