पाकिस्तान के अस्पतालों में कम पड़ने लगे बेड, कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा दस हजार के पार
पाकिस्तान के अस्पतालों में कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। बदहाली के दौर से गुजर रहे पाकिसतान में आलम यह है कि मरीजों के लिए बेड भी कम पड़ने लगे हैं।
कराची, एजेंसियां। बदहाल चिकित्सा व्यवस्था वाले पाकिस्तान में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ने से अस्पतालों में बेड कम पड़ने लगे हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए कई डॉक्टरों ने इमरान सरकार से मदद की गुहार लगाई है। पाकिस्तान में कोरोना की चपेट में आए लोगों का आंकड़ा दस हजार के पार पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि मुल्क में बीते 24 घंटों में 742 नए मामले सामने आने से पीडि़तों की संख्या बढ़कर दस हजार 513 हो गई है। अब तक 224 लोगों की मौत हो चुकी है।
पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन (पीएमए) से जुड़े कराची के प्रमुख डॉक्टरों ने बुधवार को सरकार से महामारी की रोकथाम के लिए लॉकडाउन के उपायों को और सख्त करने की मांग की। उन्होंने धार्मिक नेताओं से भी इन उपायों का पालन करने का आग्रह किया। डॉव यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के डॉक्टर साद नियाज ने कोरोना वायरस से अग्रिम मोर्चे पर मुकाबला कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों की दशा को बयां किया। उन्होंने कहा, 'आर्थिक और सामाजिक प्रभावों के चलते चिकित्सा के मोर्चे पर समस्या पैदा हुई है। 16 से 21 अप्रैल के बीच करीब चार हजार मरीज बढ़ गए।'
मजाक बन गई हैं पाबंदियां
पीएमए के महासचिव अंसार शहजाद ने कहा, 'सिंध में भी लॉकडाउन है, लेकिन पाबंदियों का सही पालन नहीं हो रहा। पूरे पाकिस्तान में पाबंदियां मजाक बनकर रह गई हैं।'
चीन ने वैक्सीन के लिए पाक को लिया साथ
पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की एक प्रमुख दवा कंपनी ने पाकिस्तान के एक प्रमुख राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान को कोरोना के टीके के क्लिनिकल परीक्षण में सहयोग करने के लिए आमंत्रित किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (National Institute of Health, NIH) को चाइना साइनोफार्म इंटरनेशनल कोर से पाकिस्तान में कोरोना के टीके के क्लिनिकल परीक्षण का प्रस्ताव मिला है। हालांकि, पाकिस्तान की ओर से अभी इस मसले पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।