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कंगाल हुआ पाकिस्तान, इमरान खान बोले- सरकार के पास देश चलाने के लिए पैसा नहीं

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में स्वीकार किया कि देश की आर्थिक हालात बेहद खराब है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के पास देश चलाने के लिए पैसा नहीं है। बढ़ता विदेशी कर्ज और कम कर वसूली राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा बन गया है।

By TaniskEdited By: Published: Wed, 24 Nov 2021 04:10 PM (IST)Updated: Wed, 24 Nov 2021 04:10 PM (IST)
कंगाल हुआ पाकिस्तान, इमरान खान बोले- सरकार के पास देश चलाने के लिए पैसा नहीं
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान । (फाइल फोटो)

इस्लामाबाद, एजेंसियां। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में स्वीकार किया कि देश की आर्थिक हालात बेहद खराब है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के पास देश चलाने के लिए पैसा नहीं है। बढ़ता विदेशी कर्ज और कम कर वसूली राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा बन गया है। इस्लामाबाद में चीनी उद्योग के लिए फेडरल ब्यूरो आफ रेवेन्यू (FBR) का ट्रैक एंड ट्रेस सिस्टम (TTS) के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए इमरान ने कहा कि हमारी सबसे बड़ी समस्या यह है कि हमारे पास इतना पैसा नहीं है कि हम अपना देश चला सकें, जिसके कारण हमें कर्ज लेना पड़ता है।

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विदेशी कर्ज और कम कर वसूली 'राष्ट्रीय सुरक्षा' का मुद्दा बना

इमरान खान ने कार्यक्रम को आगे संबोधित करते हुए कहा कि संसाधनों की कमी के कारण सरकार जनता की बेहतरी के लिए बहुत कम खर्च करने कर पाती है। उन्होंने कहा कि बढ़ते विदेशी कर्ज और कम कर वसूली 'राष्ट्रीय सुरक्षा' का मुद्दा बन गया है। उन्होंने खेद जताते हुए कहा कि टैक्स न भरने की प्रचलित संस्कृति औपनिवेशिक काल से चली आ रही है। लोग कर का भुगतान करना पसंद नहीं करते थे, क्योंकि उनको लगता था कि पैसा उन पर खर्च नहीं किया जाता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय संसाधनों को उत्पन्न करने में विफलता के कारण, पिछली सरकारों ने कर्ज का सहारा लिया।

इमरान ने पिछली सरकारों की आलोचना की

इमरान खान ने कहा कि उनकी सरकार को पिछले चार महीनों में 3.8 अरब डालर का विदेशी कर्ज मिला है। उन्होंने बड़े पैमाने पर कर्ज लेने के लिए 2009 से 2018 तक पिछली दो सरकारों की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान केवल करों का भुगतान करके ऋण के 'दुष्चक्र' को दूर कर सकता है। उन्होंने कर संग्रह में वृद्धि के लिए एफबीआर की प्रशंसा की। साथ ही कहा कि इस वर्ष 8 ट्रिलियन रुपये का कर हासिल करने का लक्ष्य रखा है।


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