कोरोना वायरस: महामारी में भी पाकिस्तान की 'नापाक' हरकत, हिंदुओं को नहीं दे रहा राशन
पाकिस्तान में मौजूद हिंदू और ईसाई समुदायों के लोगों ने सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है।
कराची, एजेंसियां। कोरोना महामारी के खिलाफ दुनिया भले ही एकजुट हो, लेकिन संकट के इस दौर में भी पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों से भेदभाव हो रहा है। सिंध प्रांत में लॉकडाउन के दौरान हिदुओं और ईसाइयों को तो राशन तक नहीं दिया जा रहा। पूछने पर अधिकारी कहते हैं कि राशन केवल मुसलमानों के लिए है।
सिंध में पांच लाख हिदू रहते हैं। जबकि पूरे पाकिस्तान में हिदू कुल आबादी का चार फीसद हैं। पाकिस्तान में हिदुओं के साथ बड़े पैमाने पर भेदभाव किया जाता है और अक्सर उन्हें बुनियादी मानवाधिकारों से वंचित रखा जाता है।
सिंध में रहने वाले हिदू समुदाय से जुड़े एक व्यक्ति ने कहा, 'लॉकडाउन के दौरान अधिकारी हमारी मदद नहीं कर रहे। हिदू या ईसाई समुदाय से ताल्लुक रखने वालों को राशन की दुकानों से लौटा दिया जाता है।' हिदू समुदाय के एक अन्य व्यक्ति ने कहा, 'हम केवल यह सुनते हैं कि हमारे प़़डोस में रहने वाले लोग राशन लाए हैं। मेरा बेटा रिक्शा चलाता है। लॉकडाउन के कारण सबकुछ बंद है। हमारे पास खाने के लिए कुछ नहीं है। हमारे पास इतने पैसे भी नहीं कि हम राशन बाहर से खरीद सकें। जब हम राशन वितरण केंद्रों पर जाते हैं तो अधिकारी हमें आश्वासन देते हैं कि वे अलग-अलग ट्रकों में आवश्यक वस्तुएं भेजेंगे, लेकिन कोई सामान नहीं आता।'
#WATCH Pakistan: Members of Hindu&Christian communities say they are denied ration by authorities, in Sindh province. A Hindu local says,"Authorities are not helping us during lockdown, ration is also not being provided to us because we are part of a minority community." #COVID19 pic.twitter.com/ASawThS9XI
— ANI (@ANI) April 1, 2020
एक अन्य व्यक्ति ने कहा, 'आखिर हमारे साथ इस तरह का भेदभाव क्यों किया जा रहा है। बीमारी किसी को भी हो सकती है। कोई भी हमारे साथ सहयोग नहीं कर रहा। पिछले हफ्ते से घर में राशन नहीं है। जब हम अपने घरों से बाहर निकलते हैं तो पुलिस हमारा पीछा करती है।
उल्लेखनीय है कि सिंध सरकार ने लॉकडाउन के दौरान दैनिक मजदूरों और कामगारों को स्थानीय एनजीओ और प्रशासन के माध्यम से राशन वितरित करने का आदेश जारी किया है। ईसाई समुदाय के एक सदस्य ने कहा, 'यह लॉकडाउन का दूसरा हफ्ता है और हमारे घर में खाने को कुछ नहीं है। नेता सिर्फ वोट मांगने आते हैं।'
पीएम मोदी से मदद की अपील
राजनीतिक कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने कहा है कि मौजूदा दौर में अल्पसंख्यकों को गंभीर खाद्य संकट का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राजस्थान के जरिये सिंध में खाद्य सामग्री भेजने की अपील की है।
बता दें कि पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 2039 तक पहुंच गई है। इसमें पंजाब और सिंध से सबसे ज्यादा मामले हैं। पंजाब में कोरोना वायरस के 708 और सिंध में 676 मामलों की पुष्टि हुई है। पीओके में कोरोना के छह मामले है, बलूचिस्तान में 158, गिलगित बाल्टिस्तान में 184, इस्लामाबाद में 54 और खैबर पख्तूनख्वा में 253 मामले दर्ज किए गए हैं।