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पाकिस्तान के कोरोना वायरस के 4,322 मामले, 24 घंटे में 248 लोग संक्रमित

पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 4322 हो गए हैं। सबसे ज्यादा पंजाब और सिंध कोरोना से पीड़ित हैं।

By Manish PandeyEdited By: Published: Thu, 09 Apr 2020 11:07 AM (IST)Updated: Thu, 09 Apr 2020 12:07 PM (IST)
पाकिस्तान के कोरोना वायरस के 4,322 मामले, 24 घंटे में 248 लोग संक्रमित
पाकिस्तान के कोरोना वायरस के 4,322 मामले, 24 घंटे में 248 लोग संक्रमित

इस्लामाबाद, पीटीआई। लचर स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में पाकिस्तान सरकार नाकाम दिखाइ दे रही है। पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 4,322 हो गए हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस के 248 नए मामले सामने आए हैं।

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वहीं, सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने अपने मरने वालों का आंकड़ा बढ़ने के बाद अपने शीर्ष कमांडरों को महामारी का मुकाबला करने में संघीय और प्रांतीय सरकारों को पूर्ण समर्थन देने का निर्देश दिया है।

बता दें कि देश में पिछले 24 घंटों में कोरना वायरस से संक्रमित पांच और लोगों की मौत हुई है, जिसके बाद मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 63हो गया है। जबकि 572 मरीज ठीक हो गए हैं। वही, 30 मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में अब तक 42,159 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया है, जिसमें पिछले 24 घंटों में 3,076 भी शामिल है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पंजाब और सिंध में कोरोना से संक्रमित रोगियों की संख्या सबसे ज्यादा है। पंजाब प्रांत में कोरोना के 2171 मामले हैं, सिंध में 1,036, खैबर-पख्तूनख्वा में 560, गिलगित-बाल्टिस्तान में 213, बलूचिस्तान में 212, इस्लामाबाद में 102 और पीओके में 28 मरीजों की पुष्टि हुई है।

पाकिस्तान महामारी के प्रसार को रोकने के लिए कई प्रयास कर रहा है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोगों को एक बार फिर सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करने की चेतावनी दी है। सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने मंगलवार को अपने शीर्ष जनरलों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कोविड​​-19 से उत्पन्न स्थिति पर विशेष जोर देने के साथ क्षेत्रीय और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों की समीक्षा की।

इस बीच, बलूचिस्तान प्रांत में बलूचिस्तान यंग डॉक्टर्स एसोसिएशन (YDA) ने सरकार के साथ सफल वार्ता के बाद सेवाओं को फिर से शुरू करने की घोषणा की है। सुरक्षा किटों की कमी और पुलिस की बर्बरता के कारण डॉक्टर्स एसोसिएशन हड़ताल पर था और इस हफ्ते के शुरू में उनके कई सहयोगियों को हिरासत में ले लिया गया था। वहीं, प्रांतीय कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदर्शन करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा करने वालों के खिलाफ जांच की जाएगी।


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