इमरान का जियो न्यूज पर शिकंजा, लंबित मामलों पर चर्चा कराने का आरोप, थमाया कारण बताओ नोटिस
जंग मीडिया ग्रुप के एडिटर इन चीफ मीर शकील उर रहमान की गिरफ्तारी के एक दिन बाद इमरान सरकार ने जियो न्यूज (Jio TV of Pakistan) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। पाकिस्तान में अघोषित सेंसरशिप (Undeclared censorship) के तहत मीडिया की आवाज दबाने का काम जारी है। जंग मीडिया ग्रुप के एडिटर इन चीफ मीर शकील उर रहमान (Mir Shakil ur Rahman) की गिरफ्तारी के एक दिन बाद इमरान सरकार ने समाचार चैनल जियो न्यूज (Jio TV of Pakistan) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। चैनल पर विचाराधीन जांच और अदालत में लंबित मामलों पर परिचर्चा कराने का आरोप लगाया गया है। चैनल पर न्यूज बुलेटिन और कार्यक्रमों में एकपक्षीय विचार दिखाने का भी आरोप है।
बता दें कि रहमान को गुरुवार को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने जमीन पर अवैध कब्जे के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसी कंपनी के पास जियो न्यूज का स्वामित्व है। न्यूज इंटरनेशनल के मुताबिक, पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (पीईएमआरए) ने शुक्रवार को यह नोटिस जारी किया है। इसमें कहा गया है कि 20 मार्च को होने वाली सुनवाई के दौरान चैनल के सीईओ या कोई अधिकृत व्यक्ति अथॉरिटी के समक्ष उपस्थित होकर अपना पक्ष रखे।
यह बात ठीक है कि चैनल को अपना पक्ष रखने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है, लेकिन पीईएमआरए ने पाकिस्तान के केबल ऑपरेटरों को दिशानिर्देश जारी कर जियो न्यूज का प्रसारण बंद करने को कहा है। चैनल के न्यूज डायरेक्टर राणा जावेद ने कहा कि यह कार्रवाई ऐसे समय की गई है, जब जंग और जियो के एडिटर इन चीफ को एनएबी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। उन्होंने कहा कि रहमान की गिरफ्तारी और जियो न्यूज पर सेंसरशिप यह दिखाती है कि यह दोनों मामले आपस में जुड़े हुए हैं। सरकार का यह कदम दर्शाता है कि वह देश के सबसे बड़े मीडिया समूह की आवाज को दबाना चाहती है।