इमरान सरकार ने तीन साल बढ़ाया सेना प्रमुख बाजवा का कार्यकाल
पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा का कार्यकाल अगले 3 वर्षों के लिए बढ़ा दिया गया।
इस्लामाबाद,एएनआइ। पाकिस्तान सरकार ने देश के सेना प्रमुुुख कमर जावेद बाजवा(58) का कार्यकाल बढ़ा दिया है। पाकिस्तानी मीडिया की तरफ से यह जानकारी दी गई। बताया गया कि बाजवा का कार्यकाल 3 वर्षों के लिए बढ़ा गया है। जानकारी के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के बीच गरमाए माहौल के मद्देनजर बाजवा का सेवा विस्तार दिया गया है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसे मंजूरी दे दी है। बता दें कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख बाजवा को कश्मीर मुद्दों का अच्छा जानकार माना जाता है। उन्हें भारत के साथ लगी नियंत्रण रेखा का भी लंबा अनुभव है।
Pakistan Media: Pakistan Army Chief General Qamar Javed Bajwa's tenure extended for another 3 years. (file pic) pic.twitter.com/c8XOXxDhoM
— ANI (@ANI) August 19, 2019
बाजवा को तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 2016 में सेना प्रमुख नियुक्त किया था। उन्हें आगामी नवंबर में सेवानिवृत्त होना था।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस फैसले से संबंधित अधिसूचना पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इसके अनुसार बाजवा का कार्यकाल बढ़ाने का फैसला क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी संक्षिप्त अधिसूचना में कहा गया है, 'जनरल कमर जावेद बाजवा को तीन साल के एक और अतिरिक्त कार्यकाल के लिए सेना प्रमुख नियुक्त किया गया है। यह कार्यकाल उनका वर्तमान कार्यकाल पूरा होने की तारीख से शुरू होगा।'
पाकिस्तान की सेना की अहम इकाई रावलपिंडी कॉर्प्स के कमांडर रह चुके बाजवा के इमरान खान के साथ संबंध काफी मजबूत माने जाते हैं। विपक्षी दल आरोप लगाते रहे हैं कि इमरान ने सेना की मदद से ही मुल्क की सत्ता हासिल की।
नाराज पाकिस्तान की सेना
पाकिस्तान की राजनीति में वहां की सेना का काफी अहम रोल रहता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने दुनिया के सामने ये बात कबूल कर ली थी कि उनके देश में 30 से 40 हजार आतंकी है। इसी के साथ उन्होंने ये भी दावा किया कि उनकी सरकार देश में जेहाद संस्कृति को खत्म करने की कोशिश कर रही है। ये दोनों बातें इमरान ने अमेरिका यात्रा के दौरान स्वीकार की थी। जहां अब खबर आई थी कि इमरान के कुछ बयानों के बाद पाकिस्तान सेना नाराज हो गई थीी।
अमेरिका दौरे पर गए इमरान खान के कुछ कबूलनामे और भारत से संबंधों को लेकर कुछ अहम मौकों पर दिए गए बयानों से पाकिस्तानी सेना और भी चिढ़ गई थी।