COVID-19: कोरोना महामारी के बीच 4 दिनों के लिए खुलेगी पाक-अफगान सीमा
लॉकडाउन के कारण दोनों देशों में फंसे हुए नागरिकों वापस लाने के लिए पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर लगा प्रतिबंध चार दिन के लिए हटने जा रहा है।
इस्लामाबाद, एएनआइ। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर लगा प्रतिबंध हटने जा रहा है। दोनों देश से लगी सीमाओं को चार दिनों के लिए खोला जाएगा। लॉकडाउन के कारण पाकिस्तान में फंसे हुए अफगान नागरिकों वापस भेजने के लिए यह फैसला लिया गया है। कुछ हफ्ते पहले कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर सिमाओं को बंद कर दिया गया था।
पाकिस्तान ने कहा कि वह आज से अगले चार दिनों के लिए तोरखम और चमन सीमा क्रॉसिंग को खोलेगा, ताकि सीमा बंद होने के कारण देश में फंसे अफगान नागरिकों वापस अपने देश लौट सके। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि यह कदम मानवीय विचारों पर आधारित अफगान सरकार के विशेष अनुरोध और अफगान नागरिकों की सुविधा के लिए उठाया गया है।
सरकार ने यह भी तय किया है कि अफगानिस्तान से लौटने वाले पाकिस्तानियों को चमन में पाकिस्तान-ईरान सीमा के पास स्थापित क्वारंटाइन केंद्रो में रखा जाएगा। वहीं, अफगान सरकार ने सीमावर्ती शहर स्पिन बोल्डक में एक क्वारंटाइन केंद्र बनाया है, जहा अफगान के नागरिकों को रखा जाएगा है।
पाकिस्तान में चमन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी जकुल्लाह दुरानी ने समाचार पत्र को बताया कि हमारे पास एक समय में 900 लोगों को क्वारंटाइन करने काी क्षमता है। प्रत्येक तम्बू में एक वॉशरूम, भोजन और अन्य सुविधाएं दी गई है।
पाकिस्तान में कोरोना वायरस के कारण 50 लोगों की मौत हो चुकि है, जबकि सोमवार तक 3,278 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। वहीं, अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कोरोना वायरस के 30 नए मामलों की सूचना दी है, जिससे संक्रमण का राष्ट्रीय स्तर बढ़कर 367 हो गया और मरने वालों की संख्या कम से कम सात हो गई है।
वहीं, पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पंजाब और सिंध कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। पंजाब में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1,493 हो गई है। इसके बाद सिंध में 881 लोग कोरोना से संक्रमित हैं। खैबर पख्तूनख्वा में 405 पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए हैं। बलूचिस्तान में 191 मामले, गिलगित-बाल्टिस्तान में 210 मामले, राजधानी इस्लामाबाद में 82 मामले और पीऔके में 15 मामले दर्ज किए गए है। इस महामारी की वजह से पाकिस्तान में अबतक 50 लोगों की मौत हो चुकी है।