पाकिस्तान ने माना, तालिबान आतंकियों का कराते हैं इलाज, और उनके परिवार वालों को दी गई है शरण
पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद अहमद की यह स्वीकारोक्ति एक स्थानीय न्यूज चैनल को दिए गए साक्षात्कार में सामने आई। उन्होंने यह माना कि राजधानी इस्लामाबाद समेत देश के कई हिस्सों में तालिबान आतंकियों के परिवार रहते हैं।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। लंबे समय तक अपने यहां तालिबान की मौजूदगी से इन्कार करने वाले पाकिस्तान ने आखिरकार स्वीकार किया है कि वह इस संगठन के आतंकियों को इलाज मुहैया कराता है। उसने यह माना कि तालिबान आतंकियों के परिवारों को शरण भी दी जाती है।
पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद अहमद की यह स्वीकारोक्ति एक स्थानीय न्यूज चैनल को दिए गए साक्षात्कार में सामने आई। उन्होंने यह माना कि राजधानी इस्लामाबाद समेत देश के कई हिस्सों में तालिबान आतंकियों के परिवार रहते हैं। इस आतंकी संगठन के कई सदस्यों ने स्थानीय अस्पतालों में अपना उपचार भी कराया है।
समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हाफिज चौधरी ने सोमवार को दावा किया कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के पांच हजार से ज्यादा आतंकी अफगानिस्तान में मौजूद हैं। एक दिन पहले अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि उनके यहां टीटीपी का कोई आतंकी नहीं है।
अफगान लोगों ने तालिबान के खिलाफ उठाए हथियार
समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक, अफगानिस्तान में अपने शहरों और गांवों पर तालिबान का कब्जा रोकने के लिए लोगों ने हथियार उठाना शुरू कर दिया है। तखार, बाल्ख, बदगीश, बागलान, नांगरहर, लगमान, जोजान, समंगान, और कपिसा, हेरात, गोर और कुंदुज प्रांतों में अभी तक सैकड़ों लोग सरकारी बलों के समर्थन में हथियार उठा चुके हैं।
तालिबान ने 100 दुकानों, 20 घरों में आग लगा दी
समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक, तालिबान आतंकियों ने उत्तरी अफगानिस्तान के फरयाब प्रांत में अंदखोय जिले में 100 दुकानों और 20 घरों को आग के हवाले कर दिया। सरकारी बलों और तालिबान के बीच गत 23 जून से संघर्ष शुरू हुआ था और अगले दिन आतंकियों ने इस जिले पर कब्जा कर लिया था। लेकिन अफगान बलों की जवाबी कार्रवाई के चलते 25 जून को आतंकी इस जिले से भाग खड़े हुए।
इमरान ने दी अफगान सीमा सील करने की धमकी
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि यदि तालिबान ने अफगानिस्तान में सत्ता पर जबरन कब्जा किया तो पाकिस्तान अपनी सीमा सील कर देगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तालिबान पर अफगान सरकार के साथ समझौते में शामिल होने का दबाव बनाने का हर संभव प्रयास करेगा।