पाकिस्तान को उम्मीद नई सरकार करेगी करतारपुर कॉरोडोर पर वार्ता
करतारपुर कॉरीडोर पाकिस्तान के नोरोवाल जिले में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक धाम से जोड़ेगा।
इस्लामाबाद, प्रेट्र। पाकिस्तान को उम्मीद है कि करतारपुर कॉरीडोर के निर्माण को लेकर भारत के साथ रुकी वार्ता चुनाव के बाद फिर से शुरू होगी। तब नई सरकार कॉरीडोर निर्माण के समझौते को अंतिम रूप देगी। यह बात पाकिस्तानी मीडिया में उठी चर्चा में है।
करतारपुर कॉरीडोर पाकिस्तान के नोरोवाल जिले में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक धाम से जोड़ेगा। पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारे में ही सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानकदेव ने अंतिम सांस ली थी। कॉरीडोर के शुरू जाने पर इसके जरिये सिख श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारे की वीजा मुक्त यात्रा कर सकेंगे। पाकिस्तानी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से कहा है कि भारत में नई सरकार बनने के बाद ही कॉरीडोर को लेकर वार्ता आगे बढ़ पाएगी। उल्लेखनीय है कि भारत में लोकसभा चुनाव परिणाम की घोषणा 23 मई को हो जाएगी।
एक वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा है कि हमारी तरफ से परियोजना में कोई विलंब नहीं हो रहा। अब जो कुछ करना है-वह भारत को करना है। समझौते को अंतिम रूप देने के लिए भारत से औपचारिक अनुरोध किया जा चुका है। दोनों देशों के बीच तकनीक विषयों पर अंतिम वार्ता 16 अप्रैल को दोनों देशों की सीमा पर हुई थी।
पाकिस्तानी सरकार ने जब पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में खालिस्तान समर्थक अलगाववादियों को नियुक्त किया तो भारत ने उस पर कड़ा विरोध जताया। इसी के बाद करतारपुर कॉरीडोर के निर्माण को लेकर दोनों देशों की वार्ता में बाधा आ गई। माना जा रहा है कि पाकिस्तान का खालिस्तान समर्थकों को बढ़ावा देना भारत को पसंद नहीं आया है। नवंबर 2018 में दोनों देशों ने बड़े जोर-शोर से करतारपुर कॉरीडोर की स्थापना की कोशिश शुरू की थी लेकिन कुछ महीने बाद ही यह धीमी पड़ गई।
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