Pak Energy Crisis: विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट के बीच पाकिस्तान में ऊर्जा संकट, बिजली बचाने की जद्दोजहद
पाकिस्तान में इस समय बिजली की आपूर्ति इसकी मांग से 7000 मेगावाट कम है। इसके साथ ही विदेशी मुद्रा भंडार भी 6.7 बिलियन अमरीकी डालर तक गिर गया है। इसके अ ...और पढ़ें

इस्लामाबाद (एएनआई): पाकिस्तान में विदेशी मुद्रा संकट की आंच अब आम लोगों तक पहुंचने लगी है। विदेशी मुद्रा के अभाव के चलते बिजली की आपूर्ति के गंभीर संकट से जूझ रहे पाकिस्तान ने अपने नागरिकों को बिजली की खपत घटाने की सलाह दी है।
अल अरबिया पोस्ट में छपी रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में इस समय बिजली की आपूर्ति इसकी मांग से 7000 मेगावाट कम है। इसके साथ ही विदेशी मुद्रा भंडार भी 6.7 बिलियन अमरीकी डालर तक गिर गया है। इसके अलावा विदेशी निवेश और विदेशों में रहने वाले पाकिस्तानियों द्वारा भेजे जाने वाले धन में भी कमी आई है। रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष और देश में पिछले वर्ष आई भयंकर बाढ़ से हालत और भी खराब हो गए।
आठ बजे बंद होंगे बाजार और मॉल
बिजली बचाने के लिए सरकार ने कई कदमों की घोषणा भी की है। अब देश भर के बाजार और रेस्तरां रात 8 बजे तक बंद हो जाएंगे जबकि शादी के हॉल रात 10 बजे तक ही खुले रहेंगे। इन उपायों में यह प्रस्ताव भी शामिल है कि सरकार के 20 प्रतिशत कर्मचारी बारी-बारी घर से काम करेंगे। इससे सरकार के खजाने में 56 अरब की बचत होगी। 62 अरब की बचत के अन्य उपाय भी किए जाएंगे।
इलेक्ट्रिक बाइक को दिया जाएगा बढ़ावा
रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री ने आगे बताया कि 38 अरब रुपए बचाने में सहायता के लिए ऊर्जा कुशल पंखे और बल्ब भी लाए जाएंगे। पेट्रोल की खपत कम करने के लिए पारंपरिक मोटरसाइकिलों की जगह इलेक्ट्रिक बाइक को बढ़ावा दिया जाएगा। एशियाई विकास बैंक की हालिया रिपोर्ट में भी तेजी से बढ़ती मांग और आधारभूत दक्षता के अभाव के कारण पाकिस्तान में बिजली उत्पादन और ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में अत्यधिक निवेश की जरूरत पर बल दिया गया। दीगर है कि ऊर्जा संकट और विदेशी मुद्रा भंडार में कमी से निपटने के लिए पाकिस्तान ने रूस से सस्ता तेल खरीदने की कोशिश की थी लेकिन इसे सफलता नहीं मिल पाई।

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