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तीर्थयात्रियों को वीजा न मिलने पर भारत पर भड़का पाकिस्तान, आपसी रिश्तों का दिया हवाला

कहा कि 19-29 मार्च 2018 के बीच अजमेर शरीफ में हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर उर्स के अवसर पर शामिल होने के लिए 503 पाकिस्तानी तीर्थयात्री जाने वाले हैं।

By Srishti VermaEdited By: Published: Tue, 20 Mar 2018 10:46 AM (IST)Updated: Tue, 20 Mar 2018 11:45 AM (IST)
तीर्थयात्रियों को वीजा न मिलने पर भारत पर भड़का पाकिस्तान, आपसी रिश्तों का दिया हवाला
तीर्थयात्रियों को वीजा न मिलने पर भारत पर भड़का पाकिस्तान, आपसी रिश्तों का दिया हवाला

नई दिल्ली (प्रेट्र)। पाकिस्तान ने आज भारत पर जमकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह जाने वाले 500 से अधिक पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों को वीजा ना उपलब्ध करवाने पर भारत पर पाकिस्तान ने जमकर अपनी भड़ास निकाली है। जानकारी के मुताबिक इधर नई दिल्ली ने बताया कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए और आवश्यक सुरक्षा मंजूरी के अभाव में उन्हें वीजा नहीं दिया जा सकता है।

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19-29 मार्च को अजमेर उर्स में शामिल होना चाहते हैं पाक श्रद्धालु

पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने एक बयान में कहा कि, पाकिस्तानी श्रद्धालुओं का ये दौरा 'पाकिस्तान-भारत प्रोटोकॉल 1974' के तहत कानूनी दायरे में आता है जिसमें वार्षिक तौर पर पाक नागरिकों को भारतीय धार्मिक तीर्थस्थलों की यात्रा करने का प्रावधान है। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान भारत के द्वारा वीजा जारी ना करने के इस कदम से बेहद नाराज है। कहा कि 19-29 मार्च 2018 के बीच अजमेर शरीफ में हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर उर्स के अवसर पर शामिल होने के लिए 503 पाकिस्तानी तीर्थयात्री जाने वाले हैं।

अधिकारी ने कहा कि भारत के इस फैसले के कारण, पाकिस्तानी तीर्थयात्री उर्स में शामिल होने के सुअवसर से वंचित रह जायेंगे, जो उनके लिए बेहद महत्व रखता है। नई दिल्ली में सूत्रों ने बताया कि इस तरह की यात्राओं की मदद की जाती है और कुछ जरुरी प्रक्रियाओं के बाद उन्हें वीजा प्रदान कर दी जाती है। हालांकि, समय-समय पर, इस तरह की यात्राएं अपेक्षित सुरक्षा मंजूरी नहीं मिलने के कारण आगे नहीं बढ़ पाती।

पिछली उदाहरणों का दिया हवाला

पाकिस्तान की तरफ से कहा गया कि पूर्व में ऐसे कई उदाहरण सामने आए हैं जब दोनों तरफ से ऐसी यात्राएं नहीं हो पाई थी। भारत के वीजा जारी न करने के कारण 1-8 जनवरी से दिल्ली में हज़रत ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया के उर्स में 192 पाकिस्तानी तीर्थयात्री भाग नहीं ले सके थे। यह भी कहा गया है कि 2017 के दौरान, पाकिस्तान ने एक विशेष ट्रेन को भेजने की पेशकश के बावजूद, भारत की तरफ से देरी होने से गुरू अर्जुन देव की शहीदी वर्षगांठ और महाराजा रणजीत सिंह की पुण्यतिथि में भाग लेने में हजारों भारतीय तीर्थयात्री असमर्थ रहे। बयान में कहा गया कि पाकिस्तान ने 173 भारतीय तीर्थयात्रियों की यात्रा की सभी व्यवस्था की थी। लेकिन भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा आवश्यक मंजूरी ना मिलने के कारण नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग ने उन्हें अपने आवेदन वापस लेने को कह दिया।

बयान में आगे कहा गया कि यह एक विडंबना है कि भारत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के अवसर पर पाकिस्तानियों को वीजा जारी करने में असफल रहा, जो सदियों से दोनों देशों के समुदायों को एक साथ लाने का प्रतीक रहा है।


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