UNSC India Membership: भारत की एंट्री पर पाक ने जताया एतराज, बताया- खुशी नहीं बल्कि चिंता का विषय
हमेशा की तरह भारत की तरक्की से इस बार भी पाकिस्तान को खुशी नहीं हो रही है। UNSC के अस्थायी सदस्य बनने पर एतराज जताते हुए इसे चिंता का विषय बताया है।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। एक ओर जहां संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का अस्थायी सदस्य बनने को भारत ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं वहीं पाकिस्तान ने इस पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। पाकिस्तान का कहना है कि यह खुशी नहीं बल्कि चिंता का विषय है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने कहा कि UNSC में अस्थायी सदस्य के तौर पर भारत का शामिल होना पाकिस्तान के लिए चिंता का विषय है क्योंकि भारत इस प्रतिष्ठित मंच पर हमेशा प्रस्तावों को खारिज करता रहा है विशेष कर कश्मीर मुद्दे पर दिए गए पाकिस्तान के प्रस्ताव।
कुरैशी ने कहा, ' यदि भारत के रक्षा मंत्री ऐसा सोचते हैं कि कश्मीरी उनके साथ हैं तो मैं उन्हें मुजफ्फराबाद आने का निमंत्रण देता हूं, वहां आएं और देखें कि कितने कश्मीरी उनसे सहमत हैं।' भारतीय मंत्री की ओर से पाकिस्तानी अधिकारियों को श्रीनगर बुलाकर असली तस्वीर दिखानी चाहिए। कुरैशी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत सरकार गलतफहमियों का शिकार है और इसलिए मामले पर कश्मीरियों की राय लेने के बाद ही हकीकत साफ हो सकेगी।
उल्लेखनीय है कि राजनाथ सिंह ने रविवार को एक वीडियो के जरिए जम्मू जन संवाद रैली (Jammu Jan Samvad rally) का आयोजन किया और कश्मीर के हालातों को लेकर बयान दिया। कुरैशी ने कहा, भारत के पाकिस्तान, चीन, नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका समेत अधिकतर पड़ोसी देशों को इसकी हरकतों की वजह से सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा, 'लद्दाख के मुद्दे पर चीन के साथ भारत की लड़ाई है इसने बंगालियों को दीमक का नाम दिया है और श्रीलंका और नेपाल के साथ इसका बर्ताव उचित नहीं है। सार्क के मंच को भारत ने निष्क्रिय बना दिया।'
17 जून को UNSC के अस्थायी सुरक्षा परिषद का चुनाव होने जा रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण फैली महामारी के बाद संयुक्त राष्ट्र परिसर को मार्च में बंद कर दिया गया था जो अब इस चुनाव की प्रक्रिया के लिए खुलेगा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत तिरूमूर्ति के अनुसार, सुरक्षा परिषद की एलीट-15 के क्लब में भारत को दो तिहाई बहुमत हासिल होगा।