पाकिस्तानी दूतावास बंद, मुद्दे पर पाक-अफगान विदेश मंत्रियों के बीच चर्चा
स्थानीय गवर्नर के कथित हस्तक्षेप के कारण जलालाबाद में पाकिस्तान ने अपने कंसुलेट को अस्थाई रूप से बंद कर दिया।
काबुल (एएनआइ)। नांगरहार प्रांत की राजधानी जलालाबाद स्थित पाकिस्तानी कंसुलेट (वाणिज्य दूतावास) बंद करने के मुद्दे पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और उनके अफगानी समकक्ष सलाहुद्दीन रब्बानी की टेलीफोन पर बातचीत हुई।
पाकिस्तान ने एक स्थानीय गवर्नर के कथित हस्तक्षेप के कारण अफगानिस्तान के जलालाबाद में अपने कंसुलेट को अस्थाई रूप से बंद कर दिया। काबुल में पाकिस्तानी दूतावास ने अफगान अधिकारियों को सूचित किया है कि कंसुलेट तब तक बंद रहेगा जब तक नांगरहार प्रांत के गवर्नर हयातुल्लाह हयात अपना हस्तक्षेप करना बंद नहीं कर देते।
राजनयिक सूत्रों ने बताया कि दूतावास ने अफगानिस्तान सरकार को यह भी बताया है कि हयात द्वारा अनुचित हस्तक्षेप 1963 में दूतावास संबंधों के लिए हुई वियना संधि का पूर्ण उल्लंघन है। पाकिस्तान ने अफगान प्रशासन से कंसुलेट की सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग की है।
खम्मा प्रेस ने पाकिस्तान विदेश मंत्री के हवाले से बताया, ‘सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान कंसुलेट को बंद करने के मामले पर भी बातचीत हुई। कुरैशी ने अफगान सरकार से पहले जैसी सुरक्षा व्यवस्था बहाल करने का आग्रह किया जो 28 अगस्त तक थी। ताकि कंसुलेट का काम-काज जितनी जल्दी हो बहाल हो सके।’ विदेश मंत्री रब्बानी ने काबुल में सोमवार को पाकिस्तानी एंबेस्डर के साथ इस मामले पर हुई मुलाकात का जिक्र करते हुए आश्वासन दिया कि मामले पर जल्द ही सकारात्मक कार्रवाई की जाएगी।
काबुल में पाकिस्तानी दूतावास ने शनिवार को ऐलान कर दिया था कि नांगरहार के गर्वनर हयातुल्लाह हयात के कथित हस्तक्षेप के कारण जलालाबाद में कंसुलेट को बंद कर दिया गया। हालांकि हयात ने इन आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि पाकिस्तानी कंसुलेट के साथ मिलकर वीजा मुद्दे को सुलझाने की कोशिश शुरू की गई थी।