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मलाला को गोली मारने वाला आतंकी भागकर तुर्की पहुंचा, विपक्ष ने की इमरान सरकार की खिंचाई

शुक्रवार को नेशनल असेंबली में इमरान सरकार की बड़ी किरकिरी हुई। टीटीपी के पूर्व प्रवक्ता एमानुल्ला एहसान जेल से भाग गया है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Fri, 07 Feb 2020 08:46 AM (IST)Updated: Fri, 07 Feb 2020 07:33 PM (IST)
मलाला को गोली मारने वाला आतंकी भागकर तुर्की पहुंचा, विपक्ष ने की इमरान सरकार की खिंचाई
मलाला को गोली मारने वाला आतंकी भागकर तुर्की पहुंचा, विपक्ष ने की इमरान सरकार की खिंचाई

इस्तांबुल, एएनआइ। नोबेल विजेता मलाला यूसुफजई को गोली मारकर गंभीर रूप से घायल करने का आरोपी आतंकी और पाकिस्तान तालिबान का पूर्व प्रवक्ता एहसानुल्ला एहसान पाकिस्तान से भागकर तुर्की पहुंच गया है। बकौल एहसानुल्ला, वह अपने परिवार के साथ तुर्की में है। उसने ऑडियो टेप के जरिये खुद यह जानकारी दी। बता दें कि एहसानुल्ला 11 जनवरी को पाकिस्तान स्थित जेल से फरार हो गया था।

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वह 2014 के पेशावर के सैन्य स्कूल पर हुए हमले में भी आरोपी है। इस हमले में 132 छात्रों समेत 150 लोग मारे गए थे। एहसान के जेल से भागने की खबर के बाद पाकिस्तान के राजनीतिक क्षेत्र में सनसनी मच गई है। विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर अक्षमता का आरोप लगाया है।

विपक्षी नेता और पीपीपी सदस्य फरहतुल्ला बाबर ने शुक्रवार को सरकार की खिंचाई करते हुए तालिबानी आतंकी के भागने की घटना पर स्पष्टीकरण मांगा। उधर, विश्लेषकों का कहना है कि एहसानुल्ला पाकिस्तान सेना के अधिकारियों की निगरानी में जेल (सेफ हाउस) में रह रहा था। अगर वह जेल से भागा है तो निश्चित तौर पर इसके पीछे भी सेना के अफसरों का ही हाथ होगा।

शुक्रवार को नेशनल असेंबली में इमरान सरकार की बड़ी किरकिरी हुई। पाकिस्तान के विपक्षी नेता और पीपीपी सदस्य फरहतुल्ला बाबर ने शुक्रवार को पाकिस्तान सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के पूर्व प्रवक्ता एमानुल्ला एहसान जेल से भाग गया है। बता दें कि एहसान 16 दिसंबर, 2014 को पेशावर के एक स्कूल में हुए नृशंस हमले में शामिल थे, जिसमें 150 बच्चे मारे गए थे।

कई आतंकी गतिविधि में शामिल है एहसान 

एहसान कई आपराधि मामलों में वांछित है। बता दें कि एहसान 16 दिसंबर, 2014 को पेशावर के एक स्कूल में हुए नृशंस हमले में शामिल थे, जिसमें 150 बच्चे मारे गए थे। वह सबसे कम उम्र के नोबल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई की हत्या के प्रयास के लिए भी जिम्मेदार है। 


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