OIC ने कश्मीर विवाद के शांति से समाधान की इच्छा जताई
पाकिस्तानी विदेश विभाग का दावा संस्था ने चिंता भी जताई
इस्लामाबाद, प्रेट्र। इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआइसी) ने कश्मीर की स्थिति पर चिंता जताई है और मामले के शांतिपूर्ण समाधान की इच्छा प्रदर्शित की है। पाकिस्तानी विदेश विभाग ने बयान जारी कर दावा किया है कि ओआइसी के महासचिव की ओर से जम्मू-कश्मीर मामलों पर नियुक्त विशेष दूत यूसेफ एम अल डोबी ने यह बात कही है।
विशेष दूत ने कहा है कि कश्मीर और फलस्तीन ओआइसी की विचारणीय सूची में सर्वोच्च प्राथमिकता वाले मसले हैं। डोबी इन दिनों छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ पाकिस्तान दौरे पर हैं। विशेष दूत ने कहा, जम्मू और कश्मीर का मसला अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त विवाद है। इसका शांतिपूर्ण समाधान किया जाना चाहिए। जम्मू-कश्मीर के लोगों की इच्छा के अनुरूप विवाद का हल निकालने के लिए ओआइसी सभी संभव कदम उठाएगा।
प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री इमरान खान और अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों ने गुलाम कश्मीर के लोगों के साथ बैठक भी की और हालात के बारे में जानकारी ली। प्रतिनिधिमंडल भारत से लगने वाली नियंत्रण रेखा पर भी हालात का जायजा लेने गया और उसने मुजफ्फराबाद के उन शरणार्थी शिविरों को भी देखा जिनमें भारतीय गोलीबारी से बेघर हुए लोग रह रहे हैं। डोबी को मई 2019 में मक्का में हुए ओआइसी के सम्मेलन में विशेष दूत नियुक्त किया गया है।
ओआइसी 57 सदस्य देशों वाला मुस्लिमों का दुनिया में सबसे बड़ा संगठन है। पांच अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान ने इसके मंच से कई बार भारत विरोधी प्रस्ताव पारित कराने की कोशिश की लेकिन उसे सफलता नहीं मिली है।
इससे पहले भारत ने ओआइसी, यूएससीआइआरएफ समेत कुछ अमेरिकी सांसदों की तरफ से दिल्ली हिंसा के मुद्दे को उठाने पर कड़ी आपत्ति जताई है और कहा है कि इन्हें जमीनी स्थिति की जानकारी नहीं है और दिल्ली की स्थिति पर राजनीति करने की कोशिश की जा रही है। वहीं सरकार दिल्ली के हालात से पैदा हुई स्थिति के कूटनीतिक असर का आकलन करने में जुटी है। सारे कूटनीतिक चैनल खोल दिए गए हैं ताकि विदेशों में इसको लेकर स्थिति स्पष्ट की जाए।