नोबुल पुरस्कार विजेता मलाला युसुफजई को पाकिस्तानी आतंकी की धमकी, कहा- इस बार गलती नहीं होगी
मलाला ने कहा है कि यह तहरीक ए तालिबान का पूर्व प्रवक्ता है जिसने मेरे ऊपर हमले की जिम्मेदारी ली थी। मलाला युसुफजई पर 2012 में हमला किया गया था जिसकी आतंकवादी संगठन तहरीक ए तालिबान के एहसानउल्लाह एहसान ने जिम्मेदारी ली थी।
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान का स्याह चेहरा फिर सामने आया है। नोबुल पुरस्कार विजेता मलाला युसुफजई को एक बार फिर उसी आतंकवादी ने धमकी दी है, जिसने 2012 में उन पर हमला किया था। उसने ट्विटर पर कहा है कि इस बार गलती नहीं होगी। मलाला ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना से सवाल किया है कि आखिर गिरफ्तार आतंकी कैसे हिरासत से भाग गया।
हिरासत से भाग गया आतंकी
मलाला ने कहा है कि यह तहरीक ए तालिबान का पूर्व प्रवक्ता है, जिसने मेरे ऊपर हमले की जिम्मेदारी ली थी। मलाला युसुफजई पर 2012 में हमला किया गया था, जिसकी आतंकवादी संगठन तहरीक ए तालिबान के एहसानउल्लाह एहसान ने जिम्मेदारी ली थी। एहसान को 2017 में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन 2020 में वह हिरासत से भाग गया।
आश्चर्य है कि उसके भागने की पाकिस्तानी सेना ने अभी तक पुष्टि नहीं की है। अब उसके खुलेआम धमकी देने से आतंकवादियों और सेना की साठगांठ की कलई खुल गई है। उसने हिरासत से बाहर आने के बाद वीडियो पर अपना बयान भी जारी किया।
तालिबानी आतंकियों के निशाने पर हैं मलाला
मलाला ने लड़कियों की शिक्षा की मुहिम चलाई थी, तबसे वह तालिबानी आतंकियों के निशाने पर है। एहसान 2014 में सेना के पब्लिक स्कूल पर हमले का भी दोषी है, जिसमें 134 बच्चों की मौत हो गई थी। मलाला को धमकी पर विपक्षी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इमरान सरकार पर निशाना साधा और सरकार को पूरी तरह से अक्षम बताया। मलाला को धमकी मिलने के बाद ट्विटर ने इस आतंकी के अकाउंट को स्थायी रूप से बंद कर दिया है।