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पनामा पेपर्स में नवाज शरीफ की मुश्किलें और बढ़ीं

राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने इस्लामाबाद में जवाबदेही कोर्ट के रजिस्ट्रार में मामला दर्ज कराया।

By Manish NegiEdited By: Published: Mon, 22 Jan 2018 11:50 PM (IST)Updated: Tue, 23 Jan 2018 07:15 AM (IST)
पनामा पेपर्स में नवाज शरीफ की मुश्किलें और बढ़ीं
पनामा पेपर्स में नवाज शरीफ की मुश्किलें और बढ़ीं

इस्लामाबाद, प्रेट्र। पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पनामा पेपर्स मामले में कानूनी मुश्किलें और बढ़ गईं हैं। रिश्वत-रोधी एजेंसी एनएबी ने सोमवार को उनके व उनके परिजनों की लंदन में संपत्तियों को लेकर एक पूरक मामला दर्ज किया। पनामा घोटाले की जांच के दौरान इन संपत्तियों का पता चला था।

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राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने इस्लामाबाद में जवाबदेही कोर्ट के रजिस्ट्रार में मामला दर्ज कराया। जवाबदेही कोर्ट कथित भ्रष्टाचार के लिए पहले से ही शरीफ और उनके परिजनों- दो बेटों हुसैन और हसन, बेटी मरियम और दामाद मुहम्मद सफदर के खिलाफ तीन मामलों में सुनवाई कर रही है। ये मामले पनामा पेपर्स स्कैंडल से संबंधित हैं। इस वजह से ही 68 वर्षीय नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद की कुर्सी गंवानी पड़ी थी।

सूत्रों ने कहा है कि नया मामला एनएबी द्वारा इकट्ठा किए गए ताजा सुबूतों पर आधारित है। एनएबी ने सात गवाहों के नाम भी दिए हैं। इनमें दो ब्रिटेन निवासी हैं। जो लोग अदालत में गवाही देंगे, उनमें फोरेंसिक विशेषज्ञ रॉबर्ट रेडली और वाजिद जिया का एक रिश्तेदार भी है। वाजिद जिया शरीफ के खिलाफ मामले की जांच कर रहे संयुक्त जांच दल (जेआइटी) के प्रमुख हैं। शरीफ को प्रधानमंत्री पद के अयोग्य ठहराए जाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। नए मामले में शरीफ, मरियम, हसन, हुसैन और सफदर के नाम हैं।


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