लंदन पहुंचे नवाज शरीफ, हिमेटोलॉजी के विशेषज्ञ डॉक्टरों के पैनल ने शुरू की जांच
नवाज शरीफ इलाज के लिए लंदन पहुंच चुके हैं वहां के हिमेटोलॉजी के विशेषज्ञ डॉक्टरों का पैनल उनकी जांच कर रहा है।
नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क]। पाकिस्तान के मुख्य विपक्षी दल नवाज शरीफ के पूर्व प्रधानमंत्री और सर्वोच्च नेता को बुधवार दोपहर लंदन में एक अस्पताल में पहुंचे, वहां उनको मेडिकल उपचार के लिए स्कैन और परीक्षण की एक श्रृंखला के लिए ले जाया गया। इसके बाद उनको वहां से वापस भेज दिया गया।
नवाज जब पाकिस्तान से लंदन पहुंचे तो उनको सबसे पहले लंदन के साउथवार्क के बोरो में एक एनएचएस अस्पताल, गुइसेज हॉस्पिटल में ले जाया गया। यह अस्पताल गाइज़ एंड सेंट थॉमस एनएचएस फाउंडेशन ट्रस्ट का एक हिस्सा है। यह एक संस्थान है, जिसमें एक किंग्स हेल्थ पार्टनर्स, एक शैक्षणिक स्वास्थ्य विज्ञान केंद्र शामिल है।
हिमेटोलॉजी में विशेषज्ञों के साथ परामर्श
अस्पताल में एक निजी स्वास्थ्य सेवा अनुभाग है जहां श्री शरीफ हिमेटोलॉजी में विशेषज्ञों के साथ परामर्श के लिए गए थे। हिमेटोलॉजी एक विशेषता है जो रक्त विकारों के निदान और उपचार को कवर करती है। अस्पताल के सलाहकार हिमेटोलॉजिस्ट सामान्य हिमेटोलॉजी और प्रतिरक्षा-हिमेटोलॉजी के विशेषज्ञ हैं। नवाज शरीफ आने वाले दिनों में डॉक्टरों के उपचार के बारे में निर्णय लेने से पहले परीक्षण और स्कैन से गुजरेंगे। पारिवार के लोगों ने बताया कि अब नवाज शरीफ कमजोर दिखाई दे रहे हैं, उनकी प्लेटलेट्स भी कम हो गई है। अब डॉक्टरों द्वारा उनकी स्थिति का सही-सही पता लगाकर इलाज कराने की योजना बनाई जा रही है।
छह सदस्यीय मेडिकल बोर्ड
सेवा अस्पताल के प्राचार्य अयाज महमूद की अध्यक्षता में एक छह सदस्यीय मेडिकल बोर्ड बना हुआ है। ये मेडिकल बोर्ड उनकी सेहत पर लगातार नजर रखे हुए है। पिछले महीने नवाज शरीफ के स्वास्थ्य में गिरावट आई थी, उस समय उसका कारण तीव्र प्रतिरक्षा थ्रोम्बोसाइटोपेनिक पुरपुरा (आईटीपी) निकला था। ये एक तरह के रक्तस्राव विकार की बीमारी है, इस बीमारी में रोगी के शरीर में रोग प्रतिरक्षा प्रणाली प्लेटलेट्स को नष्ट कर देती है।
एयर एम्बुलेंस से पहुंचे लंदन
पाकिस्तान के मुस्लिम लीग के सुप्रीमो नवाज शरीफ को विदेश जाने के लिए आंतरिक मंत्रालय की ओर से इजाजत दी गई। उसके बाद उनको एक एयर एम्बुलेंस से लंदन ले जाया गया है। उनके भाई शहबाज शरीफ ने लाहौर उच्च न्यायालय को दिए गए अपने प्रार्थनापत्र में एप्लिकेशन दी थी, इस प्रार्थनापत्र में उनकी यात्रा और वापसी की शर्तें रखी गई थी, उसके बाद नवाज को लंदन जाने की परमीशन मिल सकी। दरअसल पाकिस्तान के भूतपूर्व प्रधानमंत्री नवाज का नाम एग्जिट कंट्रोल लिस्ट में शामिल है जिसकी वजह से वो कोर्ट की इजाजत के बिना पाकिस्तान से बाहर नहीं जा सकते हैं। उनको इलाज के लिए विदेश जाने के लिए कोर्ट से सशर्त परमीशन लेनी पड़ती है।