जानें- मुंबई हमले के लगभग 11 साल बीतने के दौरान हाफिज के खिलाफ क्या कुछ हुआ
आतंकवाद रोधी अदालत (एटीसी) लाहौर ने बुधवार को 69 वर्षीय हाफिज सईद हाफिज अब्दुल सलाम बिन मुहम्मद मुहम्मद अशरफ और जफर इकबाल को दोषी पाया है।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। पाकिस्तान की एक अदालत ने मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ता और आतंकी संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) के प्रमुख हाफिज सईद और उसके तीन करीबियों के खिलाफ आतंकी फंडिंग के मामले में आरोप तय कर दिए हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव में पाक अफसरों ने लश्कर-ए-तैयबा, जमात-उद-दावा व फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन के खिलाफ जांच शुरू की, तो पता चला आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए धन जुटाने को इन ट्रस्टों का इस्तेमाल हुआ है।
सईद के नेतृत्व वाला जमात-उद-दावा, लश्कर-ए-तैयबा का सबसे प्रमुख संगठन है। यह संगठन 2008 के मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार है, जिसमें 166 लोग मारे गए थे। आतंकवाद रोधी अदालत (एटीसी) लाहौर ने बुधवार को 69 वर्षीय हाफिज सईद, हाफिज अब्दुल सलाम बिन मुहम्मद, मुहम्मद अशरफ और जफर इकबाल को दोषी पाया है। आइए एक नजर डालते हैं मुंबई हमले के लगभग 11 साल बीतने के दौरान हाफिज के खिलाफ क्या कुछ हुआ।
कब क्या हुआ
26 नवंबर, 2008 : लश्कर के दस आतंकियों ने मुंबई में कई स्थानों पर हमला करके 166 लोगों की हत्या कर दी।
दिसंबर, 2008 : भारत ने सुरक्षा परिषद में हाफिज सईद और उसके संगठनों जमातउद-दावा और लश्कर-ए-तैयबा पर प्रतिबंध की औपचारिक अपील की।
26 अगस्त, 2009 : भारत की अपील पर इंटरपोल ने हाफिज के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी किया।
3 अप्रैल, 2012 : अमेरिका ने जमात और लश्कर को काली सूची में डाला। हाफिज सईद पर एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा।
30 अगस्त, 2012 : अमेरिका ने हाफिज सईद को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया।
22 जनवरी, 2015 : पाकिस्तान ने जमातउद-दावा और हक्कानी नेटवर्क को प्रतिबंधित सूची में डाला।
24 नवंबर, 2017 : लाहौर हाईकोर्ट के आदेश पर हाफिज रिहा।
03 दिसंबर, 2017 : हाफिज ने चुनाव लड़ने का एलान किया। 2018 में चुनाव लड़ा।
22 फरवरी, 2019 : पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान ने सईद के संगठनों प्रतिबंध लगाया।
04 जुलाई, 2019 : लश्कर के लिए फंडिंग में सईद और उसके 12 साथियों पर 23 केस दर्ज।
07 अगस्त, 2019 : पाकिस्तान के आतंकवाद रोधी विभाग ने सईद और जमात को दोषी करार दिया।
27 सितंबर, 2019 : अमेरिका ने सईद और मसूद अजहर पर मुकदमा चलाने को कहा।
11 दिसंबर, 2019 : लाहौर में एक अदालत ने हाफिज और उसके तीन करीबियों पर आरोप तय कर दिए।