पाक में सऊदी से लौटा शख्स बिना जांच के पहुंचा गांव, लोगों को दी दावत, बाद में मौत से हड़कंप
पाकिस्तान में पचास वर्षीय सादात खान नामक यह व्यक्ति उमरा करके सऊदी अरब से लौटा था उसकी मेडिकल स्क्रीनिंग नहीं की गई थी। उसकी मौत से अब हड़कंप मच गया है।
पेशावर, रायटर। पाकिस्तान में कोरोना से हुई पहली मौत ने महामारी से लड़ने के उसके इंतजामों की पोल खोलकर रख दी है। पचास वर्षीय सादात खान नामक यह व्यक्ति नौ मार्च को उमरा करके सऊदी अरब से लौटा था, लेकिन एयरपोर्ट पर उसकी मेडिकल स्क्रीनिंग नहीं की गई। इतना ही नहीं जब वह अपने गांव पहुंचा तो ग्रामीणों ने ना केवल उसका गर्मजोशी से स्वागत किया बल्कि एक भव्य दावत भी दी गई, जिसमें दो हजार लोगों ने हिस्सा लिया था। पाकिस्तान में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या आठ सौ के पार हो गई है। अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है।
तबियत खराब थी तब भी नहीं की जांच
सादात की मेडिकल हिस्ट्री के मुताबिक वह नौ मार्च को मक्का से पाकिस्तान लौटे थे। गांव के लोगों के मुताबिक उनकी तबीयत खराब थी, इसके बावजूद पेशावर एयरपोर्ट पर उनकी कोई मेडिकल स्क्रीनिंग नहीं की गई। तबीयत ज्यादा खराब होने पर वह 16 मार्च को जिला अस्पताल गए और खांसी, बुखार और सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की। डॉक्टरों ने उनका टेस्ट किया और नमूने को जांच के लिए इस्लामाबाद भेजा। 18 मार्च को उनकी मौत हो गई। बताया जाता है कि डॉक्टरों ने उन्हें आइसोलेशन में जाने को कहा था, लेकिन वह घर चले गए और अंत तक पत्नी, तीन बेटों, दो बेटियों और चार पोते-पोतियों के साथ रहते रहे।
गुलाम कश्मीर में युवा डॉक्टर की मौत
गुलाम कश्मीर के गिलगिट क्षेत्र में कोरोना वायरस की चपेट में आकर युवा डॉक्टर उस्मा रियाज की मौत हो गई। वह दस सदस्यीय डॉक्टरों की उस टीम का हिस्सा थे, जिन्हें इराक और ईरान से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग के लिए तैनात किया गया था। गिलगिट-बाल्टिस्तान के चिलसा क्षेत्र के रहने वाले रियाज शुक्रवार रात घर आए थे, लेकिन शनिवार सुबह नहीं उठे।