आजादी मार्च: सरकार के साथ होने वाली वार्ता रद, JUI-F प्रमुख ने लिया फैसला
कश्मीर के बाद आजाद मार्च को लेकर पाक प्रधानमंत्री इमरान खान संकट में घिर गए हैं। इस बाबत सरकार के साथ होने प्रस्तावित वार्ता को JUI- F चीफ मौलाना फजल ने रद कर दिया है।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। विपक्षी पार्टियों के प्रदर्शन के बाद जमियत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (JUI-F)के प्रमुख मौलाना फजल ने पाकिस्तान सरकार के साथ प्रस्तावित वार्ता को रद कर दिया। साथ ही आजादी मार्च पर विचार के लिए 24 अक्टूबर को बैठक की घोषणा की है। बता दें कि इस बैठक में पीटीआई सरकार विरोधी प्रदर्शन पर चर्चा होगी।
20 अक्टूबर को JUI-F के अब्दुल गफूर हैदरी और सीनेट के चेयरमैन संजारी के बीच वार्ता होनी थी। फजल का आरोप है कि चुनाव में धांधली कर प्रधानमंत्री इमरान खान सत्ता में आए हैं। उन्होंने रविवार को अपनी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को सीनेट के चेयरमैन सादिक संजरानी से मिलने से रोक दिया। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ वार्ता का फैसला अब विपक्षी रहबर समुदाय लेगी। यह जानकारी डॉन न्यूज ने दी।
सभी प्रमुख विपक्षी दलों का प्रतिनिधित्व करने वाली रहबर कमिटी , सोमवार को अपने संयोजक और JUI-F नेता अकरम खान दुर्रानी के आवास पर बैठक करेगी, ताकि यह तय किया जा सके कि उन्हें प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा गठित सरकारी टीम के साथ बातचीत करनी चाहिए या नहीं।
JUI-F प्रमुख ने शनिवार को अपनी पार्टी के सेक्रेटरी जनरल और सीनेटर मौलाना अब्दुल गफूर हैदरी को सीनेट चेयरमैन से मिलने की सहमति दे दी। सीनेट चेयरमैन ने सरकार की ओर से बैठक की इच्छा जताई थी। इससे पहले फजल ने कहा था कि खान के इस्तीफा के बाद ही वे सरकार से बात करेंगे। हालांकि यह मांग रक्षा मंत्री परवेज खट्टक ने खारिज कर दी थी।
25 जून को फजल ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी ने अक्टूबर में इस्लामाबाद तक की मार्च की बात कही थी। इस माह के शुरुआत में उन्होंने इसके लिए पहले 27 अक्टूबर की तारीख तय की लेकिन बाद में इसे 31 अक्टूबर कर दिया। फिलहाल JUI-F ने इसके लिए अधिक विवरण नहीं दिया है।
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