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जैश पर सामने आया पाक का झूठ, इमरान पर भारी पड़ सकती है एफएटीएफ की अगली बैठक

पाकिस्तान की इमरान खान सरकार जैश समेत तमाम आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने की जल्दबाजी में है ताकि एफएटीएफ से प्रतिबंधित होने से देश को बचा सके। एफएटीएफ की अगली बैठक पाक पर भारी पड़ सकती है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 09:49 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 09:49 PM (IST)
जैश पर सामने आया पाक का झूठ, इमरान पर भारी पड़ सकती है एफएटीएफ की अगली बैठक
पाक अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जैश पर अंकुश लगाने का दावा करता है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कुख्यात आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को लेकर पाकिस्तान का झूठ एक बार फिर सामने आ गया है। पाकिस्तान लगातार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह बताने की कोशिश कर रहा था कि वह संयुक्त राष्ट्र की तरफ से प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश व इसके मुखिया मौलाना मसूद अजहर के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है।

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जैश की अगुवाई में निकाले जा रहे हैं पाकिस्तान में धार्मिक जुलूस

पिछले दिनों में पाकिस्तान के कई शहरों में निकाले गये धार्मिक जुलूसों में जैश के हजारों लोगों ने खुलेआम हिस्सा लिया है। ये जुलूस फ्रांस की एक पत्रिका की तरफ से आपत्तिजनक कार्टून प्रकाशित होने के खिलाफ निकाले गये थे जिसमें जैश के प्रमुख सरगनाओं की तरफ से भाषण भी दिए गए।

इमरान खान सरकार की कथनी व करनी में बहुत अंतर

खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद को लेकर इमरान खान सरकार या इसके पहले की भी सरकारों की कथनी व करनी में बहुत अंतर रहा है। अभी कुछ दिन पहले ही इमरान खान सरकार की तरफ से संसद को बताया गया है कि पूरे देश में जैश की 950 संपत्तियों को जब्त किया गया है लेकिन अब जैश के आतंकियों को रैलियों में देखा जा रहा है। इसके पहले जैश के मुखिया मौलाना अजहर को जेल में डालने की सूचना दी गई थी, लेकिन अब उसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं है।

शरीफ सरकार ने भी जैश पर दिखावटी कार्रवाई की थी

दिसंबर, 2015 में पठानकोट हमले के बाद पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने जैश के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया था, लेकिन कुछ नहीं हुआ। शरीफ सरकार ने भी जैश सरगना को कुछ समय के लिए जेल में डाला था और बहावलपुर स्थित उसके मुख्यालय को बंद किया था, लेकिन ये सारे कदम सिर्फ दिखावटी साबित हुए हैं।

पाक पर भारी पड़ सकती है एफएटीएफ की अगली बैठक

जैश की गतिविधियां पड़ोसी देश में तब दिखाई दी है जब कुछ ही हफ्ते में फाइनेंशिएल एक्सन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक होने वाली है। एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट (निगरानी सूची) में डाला हुआ है और उसे कुछ कार्यों की सूची दी हुई है।

इमरान सरकार जैश समेत तमाम आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने की जल्दबाजी में

पीएम इमरान खान सरकार जैश समेत तमाम आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने की जल्दबाजी में है ताकि एफएटीएफ से प्रतिबंधित होने से देश को बचा सके। उन्होंने संसद में बयान भी दिया है कि अगर एफएटीएफ का प्रतिबंध लग गया तो देश की इकोनोमी भारी दबाव में आ जाएगी। इसके बावजूद वहां की सुरक्षा एजेंसियां जैश के सामने आने से नहीं रोक पा रही है। भारतीय खुफिया एजेंसियों के सूत्रों का कहना है कि जैश की तरफ से भी सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश हो रही है। सामने आ कर उसने हुक्मरानों को संकेत दिया है कि वे कितने पावरफुल है।


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