पाकिस्तान में गुरुद्वारा को मस्जिद में बदलने के प्रयासों पर भारत ने जताया एतराज
गुरुद्वारा शहीद भाई तारू सिंह की जमीन पर कब्जा किए जाने के मामले पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ा एतराज जताया है।
लाहौर, एएनआइ। लाहौर के नौलखा बाजार में एक प्रसिद्ध गुरुद्वारे को मस्जिद में बदलने के प्रयासों पर भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग के समक्ष एतराज दर्ज कराया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने सोमवार को बताया कि गुरुद्वारा 'शहीदी अस्थान' भाई तरु सिंहजी के शहादत स्थल पर बना हुआ है। पाकिस्तान दावा कर रहा है कि यह मस्जिद शहीदगंज है। अब इसे मस्जिद में बदलने का प्रयास किया जा रहा है। इसे लेकर पाकिस्तानी उच्चायोग के साथ कड़ा विरोध दर्ज किया गया है।
श्रीवास्तव ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान से मामले की जांच कराने और तत्काल एहतियाती उपाय करने के लिए कहा है। पाकिस्तान को अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा करने और उनके धार्मिक अधिकारों और सांस्कृतिक विरासतों की हिफाजत करने के लिए भी कहा गया है। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा शहीदी अस्थान भाई तरु सिंहजी एक ऐतिहासिक गुरुद्वारा है, जहां भाई तरु सिंहजी ने 1745 में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था।
बता दें कि यह गुरुद्वारा लाहौर में उस स्थान पर स्थापित किया गया है, भाई तारू सिंह जहां जाकिया खान के हाथों शहीद हुए थे। उन्होंने अपने केश कटाने और इस्लाम कुबूल करने के बजाय अपना सिर कटवाना मंजूर कर लिया था।
गोपाल सिंह चावला ने दी धमकी
एक वीडियो में लाहौर के लांडा बाजार में एक दुकान चलाने वाले सोहेल बट ने गुरुद्वारा शहीद भाई तारू सिंह की जमीन को कब्जाने के साथ ही पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (PGPC) के पूर्व प्रमुख गोपाल सिंह चावला को धमकी दी है। सोहेल ने दावा किया कि जिस जमीन पर गुरुद्वारा शहीद भाई तारु सिंह बना है और गुरुद्वारे की 4-5 कनाल की जमीन भी हजरत शाह काकू चिश्ती की मजार और उससे लगी मस्जिद शहीद गंज की है।
सूत्रों का कहना है कि सोहेल बट ने यह सब कुछ भूमाफिया और आइएसआइ अफसर जैन साब के इशारे पर किया है। सोहेल ने एक वीडियो में सिख समुदाय के नेता गोपाल सिंह चावला और इस गुरुद्वारे में रहने वाले एक पूर्व सिख आतंकी फौजा सिंह के खिलाफ बयानबाजी की।