Move to Jagran APP

जाने- कश्‍मीर मुद्दे पर क्‍या है विपक्ष की बड़ी चाल, इमरान ने फेरा पानी, शह-मात को खेल शुरू

इमरान सरकार के खिलाफ क्‍या है विपक्ष की रणनीति। आइए जानते हैं क्‍या है पर्दे के पीछे का पूरा सच।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sat, 31 Aug 2019 12:41 PM (IST)Updated: Sat, 31 Aug 2019 12:51 PM (IST)
जाने- कश्‍मीर मुद्दे पर क्‍या है विपक्ष की बड़ी चाल, इमरान ने फेरा पानी, शह-मात को खेल शुरू
जाने- कश्‍मीर मुद्दे पर क्‍या है विपक्ष की बड़ी चाल, इमरान ने फेरा पानी, शह-मात को खेल शुरू

इस्‍लामाबाद, एजेंसी। कश्‍मीर मामले में अंतरराष्‍ट्रीय मंचों पर राजनयिक विफलता के बाद पाकिस्‍तान सरकार अपने ही घर में विपक्ष एवं सामाजिक संगठनों का विरोध झेल रही है। शुक्रवार को संधि प्रांत (Sindh province)  में 'कश्मीर सॉलिडेरिटी ऑवर' (Kashmir solidarity hour) की होने वाली रैली में प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan Prime Minister Imran Khan) ने कन्‍नी काट लिया है। उनके इस फैसले के कई राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। सवाल यह है कि इस बड़े और ज्‍वलंद मुद्दे को आखिर इमान खान ने दरकिनार क्‍यों किया। इमरान सरकार के खिलाफ क्‍या है विपक्ष की रणनीति। आइए जानते हैं क्‍या है पर्दे के पीछे का पूरा सच।
राजनीतिक लाभ की फ‍िराक में विपक्ष
उनके इस फैसले का संकेत साफ है कि वह विपक्ष को इस मामले में राजनीतिक लाभ नहीं लेने देंगे। दरअसल, इमरान यह भांप चुके हैं कि अंतरराष्‍ट्रीय मंच पर विफलता के बाद कश्‍मीर मामले के राजनीतिकरण से उनकी पार्टी को कोई लाभ नहीं होने वाला है। उधर, विपक्ष इस मौके को कतई नहीं खोना चाहता है। इसलिए सामाजिक संगठन और विपक्ष कश्‍मीर मुद्दे को लगातार हवा दे रहे हैं। वह सरकार के ऊपर भी दबाव बना रहे हैं। 
सिंध के सूचना और श्रम मंत्री सईद गनी ने कहा है कि उनकी सरकार इस तरह के अभियान एवं प्रदर्शन में विश्‍वास नहीं करती। इसलिए वह इस प्रदर्शन में हिस्‍सा नहीं लेगी। उन्‍होंने कहा कि कश्‍मीर पर कोई प्रदर्शन सरकार को पंसद नहीं है। गनी ने कहा कि इमरान खान और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को इस मामले को उजागर करने के लिए विभिन्‍न देशों का दौरा करना चाहिए। 
विपक्ष ने छोड़े इमरान खान पर तीर
बता दें कि अनुच्‍छेद 370 के विरोध में  पाकिस्‍तान में सक्रिय सामाजिक संगठनों ने कश्‍मीर मामले में शुक्रवार को एक घंटे के लिए सड़कों पर निकलने का आग्रह किया था। पाकिस्‍तान के एक अखबार ने कहा है कि इमरान सरकार के इस फैसले के बाद सिंध के मुख्‍यमंत्री के घर के बाहर सिंध विधानसभा और पीपुल्‍स सेक्रेटरी ने अपने तय कार्यक्रम को रद कर दिया। उधर, विपक्ष ने कश्‍मीर मामले में इमरान सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। उन्‍होंने कहा पाकिस्‍तान सरकार कश्‍मीर मामले का अंतरराष्‍ट्रीयकरण करने में नाकाम रही है। इस बीच पीपीपी नेता अब्‍दुल कादिर पटेल ने कहा कि संसद की संयुक्‍त बैठक शुक्रवार काे बुलाई गई थी, लेकिन इमरान खान इसइसे बचते हुए नजर आए।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.