Howdi Modi के बाद UN पर होगी नमो की नजर: इमरान की साजिश, मोदी ने ऐसे फेर दिया पानी
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के यूएन में भाषण पर भारत की नजर टिकी है। यह आंशका जाहिर की जा रही है कि उनका पूरा संबोधन कश्मीर पर ही केंद्रित होगा।
इस्लामाबाद, एजेंसी। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सालाना अधिवेशन में हिस्सा लेने न्यूयाॅर्क पहुंच चुके हैं। वह 27 सितंबर को महासभा को संबोधित करेंगे। इमरान के भाषण पर भारत की नजर टिकी है। यह आंशका जाहिर की जा रही है कि उनका पूरा संबोधन कश्मीर पर ही केंद्रित होगा। उधर, महासभा की बैठक में भाग लेने के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इन दिनों अमेरिका में ही हैं। भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि प्रधानमंत्री का भाषण वैश्विक विकास, शांति और सुरक्षा पर केंद्रित होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान की मंशा पर पानी फेरा
पुलवामा आतंकी हमला और अनुच्छेद 370 मामले में पूरी दुनिया से अलग-थलग पड़ चुका पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस मौके पर कतई नहीं मिस करना चाहेगा। इसलिए उम्मीद की जा रही है कि वह कश्मीर मामले को जरूर उठाएगा। उधर, भारत ने बड़ी रणनीति के तहत पाकिस्तान की इस साजिश को नाकाम और निष्फल कर दिया है। ह्यूस्टन में हाउडी मोदी मेगा शो कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 का मुद्दा उठाकर पाकिस्तान के मंसूबों पर पानी फेर दिया। पीएम मोदी ने जब यह बात उठाई तो उस समय 50 हजार से अधिक लोग मौजूद थे। इतना ही नहीं खुद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वहां मौजूद थे। यह भारत की एक बड़ी कूटनीतिक जीत है।
इमरान सऊदी प्रिंस के विशेष विमान से पहुंचे अमेरिका
इसके पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान सऊदी प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान के विशेष विमान से अमेरिका पहुंचे। इमरान पहले कमर्शियल फ्लाइट से न्यूयॉर्क जाने वाले थे, लेकिन सऊदी के क्राउन प्रिंस सलमान ने इमरान को ऐसा करने से रोक दिया। पाकिस्तानी मीडिया में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सऊदी प्रिंस ने कहा कि आप हमारे खास मेहमान हैं और आपको हमारे विशेष विमान से ही अमेरिका जाना चाहिए।
कश्मीर पर समर्थन पाने में जुटे पाक पीएम
बता दें कि अमेरिका रवाना होने से पहले इमरान कश्मीर मसले पर समर्थन जुटाने के लिए दो दिवसीय दौरे पर सऊदी अरब पहुंचे थे। उन्होंने वहां सऊदी किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद से भी मुलाकात की। पाकिस्तान गत अगस्त में जम्मू-कश्मीर से जुड़े अनुच्छेद 370 को खत्म करने के भारत सरकार के फैसले के बाद भारत के खिलाफ लामबंदी की कोशिश करने में जुटा है।
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