Move to Jagran APP

बौखलाए इमरान की नई चाल, गिलगिट बाल्टिस्तान को अस्थायी प्रांत का दर्जा दिया, लोगों में आक्रोश

कश्‍मीर मसले पर दुनियाभर से मुंह की खा रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुलाम कश्मीर में अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए नई चाल चली है। इमरान ने गिलगिट बाल्टिस्तान को अस्थायी प्रांत का दर्जा देने का एलान किया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 01 Nov 2020 09:13 PM (IST)Updated: Mon, 02 Nov 2020 03:34 AM (IST)
बौखलाए इमरान की नई चाल, गिलगिट बाल्टिस्तान को अस्थायी प्रांत का दर्जा दिया, लोगों में आक्रोश
इमरान खान ने गुलाम कश्मीर में अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए नई चाल चली है।

इस्लामाबाद, एएनआइ/रॉयटर। कश्‍मीर मसले पर दुनियाभर से मुंह की खा रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने गुलाम कश्मीर में अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए नई चाल चली है। इमरान ने गिलगिट बाल्टिस्तान को अस्थायी प्रांत का दर्जा देने का एलान किया है। इमरान की यह कोशिश एक चालबाजी से ज्यादा नहीं है क्योंकि भारत पहले ही साफ कर चुका है कि गुलाम कश्मीर की स्थिति बदलने का कोई भी प्रयास स्‍वीकार नहीं होगा।

loksabha election banner

रिपोर्टों के मुताबिक, इमरान ने रविवार को गिलगित-बाल्टिस्तान (Gilgit Baltistan) को अंतरिम प्रांत का दर्जा देने का एलान किया। दरअसल, पाकिस्तान सरकार पिछले कुछ समय से गिलगिट बाल्टिस्तान में स्थिति को बदलने की फिराक में है। इसी कोशिश के तहत इमरान ने बीते दिनों यहां चुनाव कराने का भी एलान किया था जिस पर भारत ने विरोध जताया था। इमरान ने कहा था कि गिलगित-बाल्टिस्तान को संवैधानिक अधिकार दिए जाएंगे और नवंबर में चुनाव कराए जाएंगे।

गौरतलब है कि इमरान खान की सरकार को गिलगित-बाल्टिस्तान पर चुनौती मिलनी शुरू हो चुकी है। गुलाम कश्मीर के लोग पाकिस्‍तान सरकार के खिलाफ उठ खड़े हुए हैं। आए दिन वहां विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। हाल में सऊदी अरब ने भी भारत के रुख का समर्थन करते हुए गिलगिट बाल्टिस्तान समेत गुलाम कश्मीर को पाकिस्तान के नक्शे से हटा दिया था। इससे पाकिस्‍तान के सियासी हलके में हड़कंप मच गया था।

गिलगिट बाल्टिस्तान (Gilgit Baltistan) को प्रांत बनाने की सुगबुगाहट से ही वहां प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया था। इस फैसले के विरोध में आठ अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट और स्टुडेंट लिबरेशन फ्रंट की अगुआई में भारी प्रदर्शन हुए थे। मौजूदा वक्‍त में भी गुलाम कश्मीर में इमरान खान का भारी विरोध हो रहा है। ऐसे में अस्थायी प्रांत का दर्जा देने के इमरान के फैसले से वहां विरोध प्रदर्शनों को और हवा मिलेगी।  

यह भी पढ़ें- भारत की इमरान को दो-टूक, गिलगिट बाल्टिस्‍तान हमारा अभिन्‍न हिस्‍सा, इसे तुरंत खाली करो

यह भी देखें: Gilgit-Baltistan को अंतरिम राज्य का दर्जा देने पर भारत की पाक को दो टूक चेतावनी, POK में बदलाव मंजूर नहीं


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.