पाकिस्तान में पत्रकार को उतारा मौत के घाट, अज्ञात हमलावरों ने गोलियों से भूना
पाकिस्तान में एक और पत्रकार को मौत के घाट उतार दिया गया है। यहां अज्ञात हमलावरों ने पत्रकार पर अंधाधुंध गोलियां बरसाकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
पेशावर, एएफपी। पाकिस्तान के एक पत्रकार जिसके रिश्तेदार तालिबान विरोधी समूह के सदस्य थे, इसे मौत के घाट उतार दिया गया है। पुलिस ने बुधवार को इसकी पुष्टि की है। बता दें कि पाकिस्तान के सुरम्य स्वात घाटी के उत्तर-पश्चिम में लगभग 40 किलोमीटर (24 मील) पूर्व गढ़ मट्टा में 36 वर्षीय जावेदुल्ला खान की मंगलवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई।
उर्दू अखबार में काम करता था एजाज खान
जावेदुल्ला खान उर्दू अखबार औसाफ के लिए ब्यूरो प्रमुख के रूप में काम करते थे। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मुहम्मद एजाज खान ने मीडिया को बताया कि जावेद एक पुलिस गार्ड के साथ यात्रा कर रहा था, जब दो बंदूकधारियों ने उसके वाहन पर गोलियां चलाई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय पुलिस अधिकारी अली मुहम्मद ने भी घटना की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि यह पहले से तय हमला था। उनके कई रिश्तेदार, जिनमें भाई, चाचा और चचेरे भाई शामिल थे, तालिबान विरोधी शांति समितियों में शामिल होने के कारण मारे गए।
किसी समूह ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी
वर्षों से, पाकिस्तान ने आदिवासियों की सुरक्षा के लिए अपने गांवों की रक्षा करने के लिए शांति समितियों के रूप में जानी जाने वाली आदिवासी सतर्कता बलों को प्रोत्साहित किया है। देशभर में सुरक्षा में नाटकीय सुधार के बाद अधिकांश को भंग कर दिया गया है। हालांकि हाल के वर्षों में उग्रवादी नेटवर्क बुरी तरह से बाधित हो गया है।किसी भी समूह ने अभी तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन आतंकवादियों ने लंबे समय से सरकार समर्थक आदिवासी बुजुर्गों को निशाना बनाया है।
पाकिस्तान मीडिया कर्मियों के लिए दुनिया के सबसे खतरनाक देशों की सूची में शामिल है। यहां पत्रकारों को अक्सर शक्तिशाली सैन्य या इस्लामवादी आतंकवादियों की आलोचना करने के लिए हिरासत में लिया जाता है। इतना ही नहीं पत्रकारों की पीटा जाता है यहां तक की कई पत्रकारों को तो मार दिया जाता है।