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पूर्व रॉ प्रमुख के साथ किताब लिखने पर पूर्व ISI चीफ तलब, 28 मई को सेना ने बुलाया

पूर्व रॉ प्रमुख के साथ किताब लिखने को लेकर आइएसआइ के पूर्व प्रमुख असद दुर्रानी को पाकिस्तान सेना ने तलब किया है।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Sat, 26 May 2018 12:51 PM (IST)Updated: Sat, 26 May 2018 12:52 PM (IST)
पूर्व रॉ प्रमुख के साथ किताब लिखने पर पूर्व ISI चीफ तलब, 28 मई को सेना ने बुलाया
पूर्व रॉ प्रमुख के साथ किताब लिखने पर पूर्व ISI चीफ तलब, 28 मई को सेना ने बुलाया

रावलपिंडी (एजेंसी)। आइएसआइ के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) असद दुर्रानी को पाक सेना ने तलब किया गया है। दरअसल, दुर्रानी ने हाल में पूर्व रॉ चीफ ए. एस. दुलत के साथ मिलकर एक किताब लिखी है, जिसपर पाकिस्तान भड़क गया है। शुक्रवार को पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने बताया कि उन्हें सेना मुख्यालय बुलाया गया है ताकि उनकी किताब 'स्पाई क्रॉनिकल' में लिखे उनके विचारों पर उनकी स्थिति को समझा जा सके।

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28 मई को सेना ने मिलने बुलाया

इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आइएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्विटर पर लिखा, 'ले. जनरल (सेवानिवृत्त) असद दुर्रानी को 28 मई, 2018 को जीएचक्यू में बुलाया जा रहा है।' दुर्रानी को उनकी किताब 'स्पाई क्रॉनिकल' में लिखे उनके विचारों पर अपनी स्थिति की व्याख्या करने के लिए कहा जाएगा।

नवाज शरीफ और रब्बानी के विरोध के बाद एक्शन

मेजर जनरल गफूर ने आगे कहा कि एट्रिब्यूशन को सभी सेवा और सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों पर लागू आचार संहिता के उल्लंघन के रूप में लिया जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेता रजा रब्बानी द्वारा किताब पर उठाए गए सवालों के बाद सेना की ओर से ये एक्शन लिया गया। शुक्रवार को इस्लामाबाद में पत्रकारों से बात करते हुए शरीफ ने मांग की थी कि दुर्रानी द्वारा लिखी पुस्तक पर राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की आपातकालीन बैठक बुलाई जाए। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे मामलों को देखने के लिए भरोसेमंद राष्ट्रीय आयोग का गठन किया जाना चाहिए।

किताब का विरोध

पाकिस्तानी सेनेट के पूर्व अध्यक्ष रहे रब्बानी ने इस किताब को लिखने के लिए पाकिस्तान और भारत की जासूसी एजेंसियों के पूर्व प्रमुखों की कड़ी आलोचना की है। शुक्रवार को एक सीनेट सत्र को संबोधित करते हुए रब्बानी ने कहा, 'रॉ और आइएसआइ के पूर्व प्रमुख द्वारा लिखी किताब हाल ही में प्रकाशित हुई है। यह चौंकाने वाला है कि एक तरफ पाकिस्तान और भारत के संबंधों में दूरियां कम नहीं हो रही हैं और दूसरी तरफ दोनों देश के पूर्व जासूसी एजेंसियों के प्रमुख मिलकर किताब लिखने का काम कर रहे हैं।'

आखिर किताब में ऐसा क्या लिखा?

गौरतलब है कि दुर्रानी और दुलत द्वारा लिखी किताब 'स्पाई क्रॉनिकल' हाल ही में प्रकाशित हुई है। इसमें किताब में कश्मीर समस्या, करगिल युद्ध, ओसामा बिन लादेन का मारा जाना, कुलभूषण जाधव की गिरफ्तारी, हाफिज सईद, बुरहान वाणी समेत कई मुद्दों पर बात की गई है। इस किताब में यह भी दावा किया गया है कि पाकिस्तानी की जासूस एजेंसी आइएसआइ नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से खुश थी। किताब में दुर्रानी ने लिखा है कि पाकिस्तान की सीक्रेट सर्विस एजेंसी आइएसआइ की पहली पसंद मोदी ही थे। विस्तार से समझाते हुए उन्होंने किताब में लिखा कि आइएसआइ आस लगाए बैठा है कि मोदी कोई ऐसा कदम उठाएं, जिससे भारत की सेक्युलर छवि को नुकसान पहुंचेगा और जिसका पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर फायदा होगा। यही कारण है कि इस किताब का पाकिस्तान में विरोध हो रहा है।


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