एफएटीएफ के एक्शन प्लान के अनुपालन के लिए पाक पर दबाव, यूरोपीय यूनियन ने की यह पेशकश
आतंकी संगठनों को सह देने वाले पाकिस्तान पर एफएटीएफ (FATF) की कार्योजना के अनुपालन का भारी दबाव है। अब यूरोपीय यूनियन ने उसके सामने यह पेशकश की है।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। आतंकी संगठनों को सह देने वाले पाकिस्तान पर एफएटीएफ (Financial Action Task Force, FATF) की कार्योजना के अनुपालन का भारी दबाव है। अब यूरोपीय संघ (European Union, EU) ने FATF की कार्योजना के अनुपालन के लिए पाकिस्तान को तकनीकी मदद की पेशकश की है। पाकिस्तानी अखबार डॉन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान ने यूरोपीय यूनियन (European Union) की तकनीकी मदद की पेशकश की सराहना की है।
दरअसल, शुक्रवार को ब्रसेल्स में हुई यूरोपीय यूनियन (European Union) और पाकिस्तान के ज्वाइंट कमीशन (Pakistan Joint Commission) की बैठक के समापन के बाद एक संयुक्त बयान जारी हुआ था। इसमें दोनों पक्षों की ओर से पाकिस्तान द्वारा एफएटीएफ की कार्य योजना के कार्यान्वयन की अहमियत पर जोर दिया। अखबार डॉन की रिपोर्ट में कहा गया है कि GSP Plus के कार्यान्वयन, व्यापार और निवेश में आ रही रुकावट के मसलों पर बातचीत हुई। अब यह बैठक साल 2020 में इस्लामाबाद में होगी।
अभी हाल में सामने आई आइएएनएस की रिपोर्ट में कहा गया था कि पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्य बल(FATF) की ओर से बड़ा झटका लग सकता है। समाचार एजेंसी आइएएनएस ने एफएटीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से बताया था कि फरवरी 2020 के बाद भी पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की ग्रे सूची में रखा जा सकता है। एफएटीएफ के अधिकारियों की मानें तो पाकिस्तान की जोखिम प्रोफाइल को देखते हुए उसके खिलाफ यह कार्रवाई की जा सकती है।
बता दें कि आतंकी फंडिंग पर नजर रखने वाली FATF ने जून 2018 में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया था। यही नहीं उसने एक साल के भीतर पाकिस्तान को 27 बिंदुओं का एक्शन प्लान पर कदम उठाने के निर्देश दिए थे। बीते दिनों पेरिस में हुई बैठक में फाइनेंशियल एक्शन टास्ट फोर्स (FATF) ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी देते हुए निर्देश दिया था कि वह फरवरी 2020 तक उसके निर्देशों का पालन करे। अब रिपोर्टों में कहा गया है कि पाकिस्तान सात दिसंबर तक अपनी अगली रिपोर्ट एफएटीएफ की क्षेत्रीय ईकाई एशिया-पैसिफिक ग्रुप (APG) को सौंपेगा।