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पाकिस्‍तान सरकार की उपेक्षा के कारण गुलाम कश्मीर में तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस

पाकिस्तान सरकार की उपेक्षा के कारण गुलाम कश्मीर का गिलगिट बाल्टिस्तान क्षेत्र कोरोना वायरस का दंश झेलने को मजबूर है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 13 Apr 2020 12:12 AM (IST)Updated: Mon, 13 Apr 2020 01:27 AM (IST)
पाकिस्‍तान सरकार की उपेक्षा के कारण गुलाम कश्मीर में तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस
पाकिस्‍तान सरकार की उपेक्षा के कारण गुलाम कश्मीर में तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस

वाशिंगटन, एएनआइ।  पाकिस्तान सरकार की उपेक्षा के कारण गुलाम कश्मीर का गिलगिट बाल्टिस्तान क्षेत्र कोरोना वायरस का दंश झेलने को मजबूर है। क्षेत्र में 35 नए मामलों के साथ कोरोना पीड़ि‍तों की संख्या 216 हो गई है। खस्ताहाल स्वास्थ्य व्यवस्था वाले इस इलाके में कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के लिए लोग पाकिस्तान सरकार को जिम्मेदार मान रहे हैं।

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ईरान से लौटे लोगों को बिना किसी जांच के क्षेत्र में प्रवेश करने दिया गया 

गिलगिट बाल्टिस्तान के लिए आवाज उठाने वाले कार्यकर्ता सेंगे एच सेरिंग का कहना है कि ईरान से लौटे कोरोना संक्रमित पर्यटकों को सरकार ने बिना किसी जांच के क्षेत्र में प्रवेश की इजाजत दे दी। इसका दुष्परिणाम अब देखने को मिल रहा है।

स्वायत्त क्षेत्र के वकीलों का आरोप है कि इमरान सरकार खुफिया एजेंसी की मदद से कोरोना महामारी का गलत फायदा उठाने में लगी है। संदिग्ध के नाम पर कई लोगों को हिरासत में लेकर जबरन क्वारंटाइन किया जा रहा है। क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था की कमियों को दूर करने के लिए 300 वकीलों ने राज्य सरकार को एक पत्र भी लिखा है।

क्‍वारंटाइन के बाहने वकीलों को किया जा रहा बंद 

एस्टोर के वरिष्ठ वकील मोहम्मद बकर मेहदी ने कहा कि कोरेाना वायरस के संदिग्‍धों को क्‍वारंटाइन करने के बहाने वकीलों को बंद किया जा रहा है। उनके नमूने परीक्षण के लिए एकत्र किए जा रहे हैं हालांकि, उन सभी का कोरोना वायरस के लिए किया गया परीक्षण नकारात्मक आया है। इसके बावजूद उन्हें बंद करके रखा गया है।

मेहदी ने आगे कहा कि यह समस्या का समाधान नहीं है। मेहदी ने कहा कि महामारी फैलने से पहले पीओके में भी उचित रोजगार और शिक्षा के अवसरों का अभाव था, लेकिन वायरस फैलने के बाद, इस क्षेत्र के लोगों को गरीबी जैसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। यहां चीजें धीरे-धीरे नियंत्रण से बाहर होती जा रही है। 

वायरस फैलने से रोकने के लिए पाकिस्‍तान सरकार ने नहीं किया उपाय 

उन्होंने कहा कि हमारे लिए कोई राहत कोष नहीं है। मैं यह नहीं कहूंगा कि मास्क और सैनिटाइज़र वितरित नहीं किए गए लेकिन कम मात्रा में। मेहदी ने आगे बताया कि कोरोना वायरस ने यहां के लोगों के जीवन के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था पर भी भारी असर डाला है। इस तरह की परिस्थितियों के बीच, न तो पाकिस्तान सरकार और न ही राज्य सरकार वायरस फैलाने के लिए कोई उपाय कर रही है। वकील ने साथ ही ये भी बताया कि हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह यहां कुछ कार्रवाई करे और चिकित्सा सुविधा स्थापित करे। 

अन्‍य जगहों के कोरेाना पीड़ितों को पीओके भेज रहा पाकिस्‍तान  

पिछले दिनों यह खबर आई थी कि कोरोना से पीड़ित मरीजों को पाकिस्तान गुलाम कश्मीर में स्थानांतरित कर रहा है। इससे गुलाम कश्मीर में रहने वालों पर कोरोना वायरस का खतरा बढ़ गया है। यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी के निर्वासित अध्यक्ष सरदार शौकत अली कश्मीरी ने पाकिस्तान सरकार के इस कदम पर कड़ी आपत्ति जाहिर की थी।

ज्ञात हो कि पंजाब प्रांत के कोरोना पीड़ित लोगों को गुलाम कश्मीर के मीरापुर जिले में भेजा गया, जिससे पंजाब के शहरों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके। कश्मीरी ने कहा, पाकिस्तान खुद को बचाने के लिए गुलाम कश्मीर को मुश्किल में डाल रहा है। वह कोरोना पीड़ितों को गुलाम कश्मीर में भेजकर वहां की मरीजों की संख्या बढ़ाना चाहता है। इसके पीछे उसका एक अन्य मकसद यह भी है कि वह ऐसा करके अंतरराष्ट्रीय सहायता प्राप्त करना चाहता है जिससे उसका फायदा हो सके। 


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