Coronavirus: पाक में सुरक्षा उपकरणों की कमी का विरोध कर रहे डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारी गिरफ्तार
बलूचिस्तान में वाईडीए और पैरामेडिकल स्टाफ ने कोरोना वायरस के खिलाफ अपनी लड़ाई में पीपीई की अनुपलब्धता के खिलाफ सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया था।
क्वेटा, एएनआइ। दुनिया भर में हेल्थ केयर के कर्मचारी भगवान स्वरूप हैं। जो कोरोना वायरस जैसी महामारी से लोगों को बचा रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान नें इन्हें लेकर कुछ अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है। पाकिस्तान में पुलिस ने उन डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया है, जो घातक नोवल कोरोनोवायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए उनकी लड़ाई में अपर्याप्त व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) और अन्य चिकित्सा उपकरणों का विरोध कर रहे हैं।
डॉन अखवार ने पाकिस्तान के यंग डॉक्टर्स एसोसिएशन (वाईडीए) के अध्यक्ष डॉ यासिर अचाकजई के हवाले से बताया कि बलूचिस्तान में वाईडीए और पैरामेडिकल स्टाफ ने कोरोना वायरस के खिलाफ अपनी लड़ाई में पीपीई की अनुपलब्धता के खिलाफ सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया था।
बताया गया कि सुरक्षा बलों द्वारा उनपर लाठीचार्ज भी किया गया और दर्जनों को रेड जोन के पास गिरफ्तार किया गया। रज़्ज़ाक चीमा, क्वेटा के उप-महानिरीक्षक पुलिस ने पुष्टि की कि पुलिस ने दर्जनों प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है जो मनमानी कर रहे थे।
इसके बाद, YDA ने सरकारी अस्पतालों में अपनी सेवाओं को रोक लिया। खान ने कहा, 'हम पुलिस के ज़ुल्म के बाद अपनी सभी सेवाओं को निलंबित कर रहे हैं।' बता दें कि विरोध करते हेल्थ केयर के कर्मचारियों का एक वीडियो भी सामने आया है। एक ट्वीट में, बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री जाम कमाल खान ने बताया कि वह वाईडीए डॉक्टरों से मिले है और उन्हें अपनी सरकार की COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में पूर्ण सहयोग करने को कहा और उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया।
उन्होंने ट्वीट किया, 'मैंने व्यक्तिगत रूप से एक बैठक की और YDA के डॉक्टरों से मुलाकात की ... और आश्वासन दिया कि हम उनके अनुबंध के कर्मचारियों के मुद्दे को हल करेंगे। आश्वासन दिया कि हम बाकी मामलों को सुलझाने में गंभीर हैं।' पाकिस्तान में COVID-19 के 3600 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें पंजाब प्रांत से सबसे ज्यादा 1,816 मामले सामने आए हैं।