चीन ने पाकिस्तान को बेचा अत्याधुनिक मिसाइल ट्रैकिंग सिस्टम
चीन द्वारा पाकिस्तान को यह सिस्टम बेचने की खबर भारत के ब्रह्मोस मिसाइल परीक्षण करने के दिन ही सामने आई है।
नई दिल्ली, जेएनएन। पाकिस्तान और चीन के रिश्ते अब जगजाहिर हो गए हैं। ऐसे में चीन ने भी अब पाकिस्तान का खुलकर समर्थन करना शुरू कर दिया है। चीन ने एक अभूतपूर्व समझौते में पाकिस्तान को शक्तिशाली ट्रैकिंग सिस्टम बेचा है, जो पाक सेना के मल्टी वॉरहेड मिसाइलों के विकास को गति दे सकता है। हालांकि पाकिस्तान और चीन की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
हांगकांग के अखबार साउथ चाइना पोस्ट के मुताबिक, सरकारी चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज (सीएएस) ने पाकिस्तान के अत्याधुनिक उपकरण खरीदने की पुष्टि की है। सीएएस के इंस्टीट्यूट ऑफ ऑप्टिक्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स के शोधकर्ता झेंग मेंगवी ने कहा कि हमने उन्हें एक जोड़ी आंखें दी हैं। वे जो भी देखना चाहें यहां तक कि चांद भी, उसे देखने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
उन्होंने देश के रक्षा हितों का हवाला देकर इसकी तकनीक और पाकिस्तान में इसे कहां इस्तेमाल किया जा रहा है, यह बताने से इन्कार कर दिया। हालांकि उन्होंने कहा कि पाक सेना ने हाल ही में नए मिसाइल विकसित करने और उनके परीक्षण के लिए चीन निर्मित सिस्टम को किसी फायरिंग रेंज में तैनात किया है।
अखबार ने पाक को यह सिस्टम बेचे का कारण भारत के सबसे उन्नत इंटरकंटीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का परीक्षण बताया। अग्नि-5 की जद में बीजिंग और शंघाई आते हैं। पाकिस्तान परमाणु हथियार सक्षम कई वारहेड वाली मिसाइल विकसित करने में जुटा है जो भिन्न लक्ष्यों को निशाना बना सकती हैं।
सीएएस ने बताया कि चीन ऐसे संवेदनशील उपकरण को निर्यात करने वाला पहला देश है। चीन के अधिकारियों ने पाकिस्तान को ट्रैकिंग सिस्टम बेचे की जानकारी बुधवार को सार्वजनिक की। हालांकि यह नहीं बताया गया कि पाकिस्तान ने इसे कितने में खरीदा। चीन पाकिस्तान को जहाज, पनडुब्बी और लड़ाकू विमान समेत हथियारों की आपूर्ति करने वाला सबसे बड़ा देश है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के हाल की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन का 60 फीसद सैन्य निर्यात पाकिस्तान, बांग्लादेश और म्यांमार को होता है। जबकि अफ्रीका को 22 फीसद होता है।
बता दें कि भारत ने गुरुवार को सुखोई फाइटर जेट से सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफल परीक्षण किया है। चीन द्वारा पाकिस्तान को यह सिस्टम बेचने की खबर भारत के ब्रह्मोस मिसाइल परीक्षण करने के दिन ही सामने आई है। इस ब्रह्मोस मिसाइल को दुनिया का सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल बताया जा रहा है। भारत का यह मिसाइल टेस्ट दो महीने पहले किए गए अग्नि-V के परीक्षण के बाद किया गया है। ज्ञात हो कि ब्रहमोस सुपरसोनिक क्रेज मिसाइल है,यह 3700 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से 290 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेद सकती है। इसका निशाना अचूक है। यह कम ऊंचाई पर उड़ान भरने के कारण रड़ार की पकड़ में नही आ सकती है। इस मिसाइल को भारत और रूस के ज्वाइंट वेंचर के रूप में विकसित किया गया है। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने मिसाइल के सफल परीक्षण पर ट्वीट करके डीआरडीओ और सेना को बधाई दी है।