Move to Jagran APP

चीन को लगा बड़ा झटका, पाकिस्तान भी लगा सकता है टिक टॉक पर प्रतिबंध, लगाए ये आरोप

पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशंस अथॉरिटी (पीटीए) के अनुसार ऐसी शिकायतें लगातार मिल रही थीं कि ये चीनी एप समाज में अश्लीलता नग्नता परोस रहे हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 21 Jul 2020 09:19 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jul 2020 09:59 PM (IST)
चीन को लगा बड़ा झटका, पाकिस्तान भी लगा सकता है टिक टॉक पर प्रतिबंध, लगाए ये आरोप
चीन को लगा बड़ा झटका, पाकिस्तान भी लगा सकता है टिक टॉक पर प्रतिबंध, लगाए ये आरोप

इस्लामाबाद, रायटर। चीनी एप के मामले में पाकिस्तान भी भारत के रास्ते पर चल पड़ा है। उसने चीनी एप बीगो लाइव को ब्लॉक कर दिया है और टिक टॉक को अंतिम चेतावनी दी है। इन दोनों एप पर पाकिस्तान में अश्लीलता फैलाने के आरोप हैं। इसे समाज के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा है। भारत में 59 चीनी एप पर प्रतिबंध के बाद पाकिस्तान में भी इसकी मांग की जा रही थी। 

loksabha election banner

बीगो लाइव ब्लॉक, टिक टॉक को अंतिम चेतावनी

पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशंस अथॉरिटी (पीटीए) के अनुसार, ऐसी शिकायतें लगातार मिल रही थीं कि ये चीनी एप समाज में अश्लीलता, नग्नता परोस रहे हैं। इसका युवाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। वे गुमराह हो रहे हैं। इसके मद्देनजर टिक टॉक और बीगो लाइव को नोटिस भेजे गए, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला। ऐसे में बीगो को तत्काल प्रभाव से ब्लॉक कर दिया गया है। टिक टॉक को भी अंतिम चेतावनी दी गई है कि वह अश्लीलता फैलाना बंद करे। बीगो और टिक टॉक ने इस पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। 

पबजी गेम प्लेटफार्म को पहले ही बंद कर चुका है पाकिस्‍तान 

टिक टॉक पहले से ही भारत, आस्ट्रेलिया, अमेरिका जैसे देशों में संकट का सामना कर रहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा और नागरिकों की निजता को लेकर इन देशों की अपनी चिंताएं हैं। चीन का सदाबहार दोस्त पाकिस्तान एक रूढ़ि‍वादी इस्लामी देश है। वह पबजी गेम प्लेटफार्म को पहले ही बंद कर चुका है। पाकिस्तान में इसके एक करोड़ 60 लाख यूजर्स थे। शिकायतें मिल रही थीं कि इस गेम की लत पड़ जाती है और बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। 

टिक टॉक बन सकती है अमेरिकी कंपनी

पिछले दिनों अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के आर्थिक सलाहकार लैरी कुडलो ने कहा था कि प्रतिबंध से बचने के लिए चीनी एप टिक टॉक चीन से नाता तोड़ सकती है। यह जल्द ही एक स्वतंत्र अमेरिकी कंपनी के रूप में काम करती नजर आएगी। बता दें कि पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों से भिड़ंत के बाद भारत ने टिक टॉक समेत 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया था।

कुडलो ने कहा कि अभी अमेरिका ने टि‍कटॉक पर प्रतिबंध लगाने के संदर्भ में कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है। ज्यादा अच्छा यही होगा कि अगर उसे प्रतिबंध से बचना है तो उसे पैरेंट कंपनी बाइट डांस से अलग होना होगा। उन्‍होंने कहा कि भविष्य में इसकी सभी सेवाएं अमेरिका से संचालित होंगी और 100 फीसद अमेरिकी कंपनी बन जाएगी। अगर यह 100 फीसद अमेरिकी कंपनी बन जाती है तो भारत को भी प्रतिबंध पर पुनर्विचार करना पड़ेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.