पाकिस्तान में कोरोना वायरस का मिला खतरनाक केलीफार्निया वैरिएंट, फिर बढ़ सकते हैं मामले
पाकिस्तान में कोरोना वायरस के केलीफार्निया वैरिएंट के मामले सामने आए हैं। कोरोना के ये एक बेहद खतरनाक वैरिएंट है जिसका संक्रमण तेजी से फैलता है। यूनिवर्सिटी हैल्थ साइंस के वाइस चांसलर ने आशंका जताई है कि इससे मामले बढ़ सकते हैं।
नई दिल्ली (आईएएनएस)। पाकिस्तान के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कहा गया है कि देश में कोरोना वायरस के एक खतरनाक वैरिएंट के होने की पुष्टि हुई है। कोविड- 19 की रोकथाम को बनाई गई साइंटिफिक टास्क फोर्स के सदस्य डाक्टर जावेद अकरम का कहना है कि इस खतरनाक वैरिएंट को एप्सीलोन के नाम से जाता है। अब इसके मामले में पाकिस्तान में भी सामने आए हैं। इस वैरिएंट का पहला मामला केलीफार्निया में सामने आया था, जिसके बाद इसको केलीफार्निया वैरिएंट और B.1.429 का नाम दिया गया था। डाक्टर अकरम ने ये भी बताया है कि केलीफार्निया के बाद इस वैरिएंट के मामले ब्रिटेन समेत दूसरे यूरोपीय देशों में भी सामने आए थे। अब इस खतरनाक वैरिएंट के पाकिस्तान में मिलने से सरकार की चिंता भी बढ़ गई है।
एक सवाल के जवाब में डाक्टर अकरम ने कहा कि एप्सीलोन वैरिएंट का संक्रमण बेहद तेजी से फैलता है। उनके मुताबिक हमें ये समझने की बेहद जरूरत है कि इस कोरोना वायरस के इस वैरिएंट को खत्म नहीं किया जा सकता है। हालांकि इसको कंट्रोल जरूर किया जा सकता है। इसलिए ये मुमकिन है कि देश में कोरोना के मामलों में फिर से तेजी देखने को मिले। उनके मुताबिक देश में कोरोना का प्रकोप एक बार फिर से दिखाई दे सकता है या यूं कहें कि इसका हमला दोबारा हो सकता है।
बता दें कि डाकटर अकरम यूनिवर्सिटी आफ हैल्थ साइंस के वाइस चांसलर भी हैं। उनका कहना है कि फिलहाल पाकिस्तान में हुई जीन सिक्वेंसिंग के बाद इस वैरिएंट के करीब 40 मामले सामने आने की पुष्टि हुई है। उन्होंने ये भी कहा कि हर किसी मरीज की जीन सिक्वेंसिंग करना संभव नहीं है। उन्होंने इस वैरिएंट के सामने आए मामलों के बाबत कहा है कि सामने आए ये आंकड़े पूरी तरह से सही नहीं हैं। उनका कहना है कि देश में महामारी की रोकथाम को किए जा रहे टीकाकरण जिन वैक्सीन को लगाया जा रहा है वो इस जानलेवा वैरिएंट पर भी प्रभावी हैं। ये एक अच्छी बात है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वो अपना नंबर आने पर वैक्सीन जरूर लें।