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Gwadar Port: बलूच नेता मौलाना रहमान ने 21 जुलाई से चीन द्वारा संचालित बंदरगाह बंद करने की दी धमकी

Gwadar Port बलूच नेता मौलाना हिदायतुर रहमान ने कहा अगर प्रांतीय सरकार द्वारा मांगें पूरी नहीं की जाती हैं तो बलूचिस्तान के तट को ट्रालर माफिया से मुक्त करें ग्वादर में सीमा बिंदुओं को खोलें और अनावश्यक चेक-पोस्ट को हटा दें।

By Ashisha RajputEdited By: Published: Mon, 04 Jul 2022 08:01 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jul 2022 08:01 PM (IST)
Gwadar Port: बलूच नेता मौलाना रहमान ने 21 जुलाई से चीन द्वारा संचालित बंदरगाह बंद करने की दी धमकी
रहमान ने 21 जुलाई से ग्वादर बंदरगाह को बंद करने की चेतावनी दी है।

क्वेटा, एएनआइ। बलूच नेता मौलाना हिदायतुर रहमान ने सोमवार को बड़ी धमकी दी। मौलाना ने बलूचिस्तान के तट को ट्रालर माफिया, खासकर चीनी ट्रालरों से मुक्त कराने के मुद्दे पर रविवार को ग्वादर बंदरगाह बंद करने को कहा। पाकिस्तानी अखबार डान की रिपोर्ट के अनुसार, रहमान ने 21 जुलाई से ग्वादर बंदरगाह को बंद करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर प्रांतीय सरकार द्वारा मांगें पूरी नहीं की जाती हैं, तो बलूचिस्तान के तट को ट्रालर माफिया से मुक्त करें, ग्वादर में सीमा बिंदुओं को खोलें, मादक पदार्थों की तस्करी को खत्म करें और अनावश्यक चेक-पोस्ट को हटा दें।

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पाकिस्तान में मछुआरों पर मंडरा रहा है खतरा-

आपको बता दें कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह पर सैकड़ों चीनी मछली पकड़ने वाले ट्रालर जमा हो गए हैं, जिससे प्रांत के हजारों मछुआरों की आजीविका को खतरा पैदा हो गया है। हाल ही में एक संवाददाता सम्मेलन में मौलाना हिदायतुर रहमान ने कहा कि बंदरगाह को एक विरोध के रूप में बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा कि ऐसा इसलिए कहा जाएगा क्योंकि सरकार इस साल अप्रैल में बंदरगाह शहर में एक महीने के धरने को समाप्त करने के लिए, हस्ताक्षरित समझौते में किए गए अपने वादों को पूरा नहीं कर रही है। बता दें कि रहमान जमात-ए-इस्लामी के प्रांतीय महासचिव भी हैं और उन्होंने पहले ग्वादर अधिकार आंदोलन का नेतृत्व किया था।

मौलाना हिदायतुर रहमान ने कहा-

  • मौलाना हिदायतुर रहमान ने कहा कि बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री मीर अब्दुल कुदूस बिजेंजो ने ग्वादर आए और बलूचिस्तान के तट को ट्रालर माफिया से मुक्त करने, ग्वादर में क्रासिंग प्वाइंट खोलने, मादक पदार्थों की तस्करी को खत्म करने , सुरक्षा बलों की चौकियों को हटाने और लापता लोगों का पता लगाने का वादा किया।
  • उन्होंने बलूचिस्तान में विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने बलूचिस्तान के लोगों के अधिकारों के लिए आवाज नहीं उठाई है। रेको दिक परियोजना के लिए समझौते पर हस्ताक्षर होने पर भी उन्होंने कोई आपत्ति नहीं जताई।
  • रहमान ने दावा करते हुए कहा कि मकरान और पंजगुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है और इसे नियंत्रित करने के लिए, सरकार को प्रांत से फ्रंटियर कोर को हटाना होगा,

ग्वादर बंदरगाह पर, जो करीबी सहयोगी पाकिस्तान से संबंधित है, चीनी मछलियां पकड़ते हैं, जिसे वे तब संसाधित करते हैं और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बेचते हैं, जिससे स्थानीय मछुआरे अपनी आजीविका से वंचित हो जाते हैं। आजादी न्यूज के अनुसार, ग्वादर में लगभग 20 लाख लोग मछली पकड़ने के कारोबार से जुड़े हैं। उनकी आजीविका दिन-प्रतिदिन मछली पकड़ने पर निर्भर करती है। उनका जीवन-यापन पूरी तरह से केवल इसी पर निर्भर करती है। वहीं चीनी जहाजों के हस्तक्षेप के कारण लाखों मछुआरे बेरोजगारी के कगार पर हैं और बंदरगाह में चीनी ट्रालरों से कई परिवार प्रतिकूल रूप से प्रभावित होंगे।


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