Air Strike In Pakistan: बालाकोट में तबाह आतंकी अड्डे को देखने नहीं दे रहा पाक
गुरुवार को रायटर की टीम ने उस पहाड़ी पर जाने की कोशिश की जिस पर जैश का कथित प्रशिक्षण शिविर स्थित था लेकिन पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने उन्हें वहां जाने से रोक दिया।
जाबा (पाकिस्तान), रायटर : बालाकोट में 26 फरवरी को आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के ठिकानों पर भारतीय वायु सेना के हमलों के बाद पाकिस्तान ने दावा किया था कि वहां कोई नुकसान नहीं हुआ है और 24 घंटे के भीतर वहां मीडियाकर्मियों को ले जाया जाएगा। लेकिन 10 दिन बीत जाने के बावजूद पत्रकारों को वहां जाने नहीं दिया जा रहा है। गुरुवार को रायटर की टीम ने उस पहाड़ी पर जाने की कोशिश की जिस पर जैश का कथित प्रशिक्षण शिविर स्थित था, लेकिन पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने उन्हें वहां जाने से रोक दिया।एयर स्ट्राइक वाले दिन ही भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा था कि कथित प्रशिक्षण शिविर में बड़ी संख्या में जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी, प्रशिक्षक और वरिष्ठ कमांडर मारे गए हैं।
दरअसल, पिछले नौ दिनों में यह यह तीसरी बार है जब पत्रकारों की टीम ने उस इलाके में जाने की कोशिश की, लेकिन हर बार उन्हें वहां जाने से रोक दिया गया। उस पहाड़ी पर जाने वाले मार्ग की सुरक्षा में तैनात पाकिस्तानी सुरक्षा बलों का कहना है कि वे सुरक्षा कारणों से पत्रकारों को वहां जाने से रोक रहे हैं। हालांकि वे भी पाकिस्तान सरकार की तरह यही कहते हैं कि भारतीय वायु सेना के हमले में इमारत को कोई नुकसान नहीं हुआ है और न ही किसी की जान गई है। इस्लामाबाद में सेना की प्रेस विंग भी दो बार मौसम और सांगठनिक वजहों से उस स्थल का दौरा स्थगित कर चुकी है। उसका कहना है कि सुरक्षा कारणों से कुछ और दिन यह मुमकिन नहीं हो सकेगा।
बगैर देखे नुकसान नहीं होने का दावा
इससे पहले इसी न्यूज एजेंसी ने मौके पर गए बिना बुधवार को हाई रेजोल्यूशन सेटेलाइट तस्वीरों की समीक्षा कर दावा किया था कि बालाकोट में जैश-ए-मुहम्मद का प्रशिक्षण शिविर बिल्कुल वैसा ही दिखाई दे रहा जैसा अप्रैल, 2018 में था।