पाकिस्तान में पत्रकारों पर बढ़े हमले, कानून प्रवर्तन एजेंसियों से निष्पक्ष जांच की हुई मांग
नेशन अखबार में प्रकाशित एक लेख में कहा गया कि पत्रकारों के खिलाफ बढ़ते हमले और उत्पीड़न के मामलों पर गौर करने की जरूरत है। इन मामलों की निष्पक्षता के साथ जांच कर दोषियों को सामने लाया जाना चाहिए। पत्रकारों पर बढ़ते हमले खतरे की घंटी है।
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान में पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं। उनके खिलाफ हमले बढ़ गए हैं। देश के एक प्रतिष्ठित अखबार ने इस पर चिंता जाहिर करते हुए कानून प्रवर्तन एजेंसियों से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
नेशन अखबार में प्रकाशित एक लेख में कहा गया कि पत्रकारों के खिलाफ बढ़ते हमले और उत्पीड़न के मामलों पर गौर करने की जरूरत है। इन मामलों की निष्पक्षता के साथ जांच कर दोषियों को सामने लाया जाना चाहिए। पत्रकारों पर बढ़ते हमले खतरे की घंटी है।
अखबार के इस लेख से कुछ दिन पहले ही राजधानी इस्लामाबाद में पत्रकार असद अली तूर पर जानलेवा हमला किया गया था। तूर को पाकिस्तानी सेना का आलोचक माना जाता है।
तूर ने कहा, 'इस शासन में पत्रकारों पर हमले बढ़ गए हैं। इसका कारण यह है कि इस सरकार में कई अवैध काम हुए हैं।'
लेख के अनुसार, इमरान सरकार ने पत्रकारों पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया था। लेकिन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। पाकिस्तान को पत्रकारों की सुरक्षा के लिहाज से सबसे असुरक्षित माना जाता है।