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आसिया बीबी के देवर की पाकिस्तान में हत्या, पड़ोसी मुल्क में अल्पसंख्यकों पर नहीं थम रहा अत्याचार

यह पहली बार नहीं है जब आसिया बीबी से जुड़े किसी व्यक्ति की हत्या की गई है। इससे पहले वर्ष 2011 में पंजाब के प्रभावशाली गवर्नर सलमान तासीर की हत्या कर दी गई थी।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 08:29 PM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 12:49 AM (IST)
आसिया बीबी के देवर की पाकिस्तान में हत्या, पड़ोसी मुल्क में अल्पसंख्यकों पर नहीं थम रहा अत्याचार
आसिया बीबी के देवर की पाकिस्तान में हत्या, पड़ोसी मुल्क में अल्पसंख्यकों पर नहीं थम रहा अत्याचार

इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला ईश निंदा के आरोप में पाकिस्तान कोर्ट द्वारा दोषी ठहराई गई ईसाई महिला आसिया बीबी से जुड़ा है। आसिया के देवर युनूस की पंजाब प्रांत के शेखपुरा शहर में सोमवार को हत्या कर दी गई। युनूस 24 मई को अपने खेत पर गया था, लेकिन रात में घर नहीं लौटा। सुबह जब उसकी तलाश की गई तो खेत में उसका शव पड़ा मिला। उसकी गाल रेतकर हत्या की गई थी। माना जा रहा है कि दुश्मनी के चलते युनूस की हत्या की गई है।

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यह पहली बार नहीं है जब आसिया बीबी से जुड़े किसी व्यक्ति की हत्या की गई है। इससे पहले वर्ष 2011 में पंजाब के प्रभावशाली गवर्नर सलमान तासीर की हत्या कर दी गई थी। तासीर ने ईश निंदा के मामले में आसिया बीबी को माफी दिए जाने की मांग की थी।

अल्पसंख्यक मंत्री शहबाज भट्टी की कर दी गई थी हत्या

बता दें कि आसिया पैंगबर मुहम्मद साहब के अपमान के आरोप में निचली अदालत ने मौत की सजा सुनाई गई थी। तासीर की हत्या के एक महीने बाद ही ईश निंदा के कानून के खिलाफ आवाज उठाने वाले धार्मिक अल्पसंख्यक मंत्री शहबाज भट्टी की इस्लामाबाद में हत्या कर दी गई थी। भट्टी ईसाई थे।

अक्टूबर 2018 में अपर्याप्त सबूतों के आधार पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा बरी किए जाने के बाद अब आसिया बीबी निर्वासित जीवन व्यतीत कर रही हैं। माना जाता है कि आसिया कनाडा में किसी अज्ञात स्थान पर रहती हैं। आसिया के जीवन पर एक किताब एनफिन लिबरे (आखिरकार आजादी मिली) आई है जिसमें उन्होंने आपबीती बयां की है।

पाकिस्तान की एक अदालत ने आसिया को सुनाई थी मौत की सजा

बता दें कि आसिया पर साल 2009 में ईशनिंदा के आरोप लगे थे। साल 2010 में पाकिस्तान की एक अदालत ने उन्‍हें मौत की सजा सुनाई थी लेकिन साल 2018 में पाकिस्‍तान की सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया। आसिया पर यह आरोप उस दौरान लगे थे जब वह मुस्लिम महिलाओं के साथ बगीचों में फालसा इकट्ठा कर रही थीं। रिपोर्टों के मुताबिक, कई घंटे काम करने के बाद किसी महिला ने आसिया को कुएं से पानी लाने को कहा... इस दौरान आसिया ने उस पानी में से दो चार घूंट पी लिए थे। इस पर मुस्लिम महिलाएं नाराज हो गई थीं। पांच दिन बाद आसिया के घर में जबरन पुलिस पहुंची और उस पर ईशनिंदा के आरोप में मुकदमा चला।


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