पाकिस्तान में श्रीलंकाई नागरिक की हत्या के बाद फैक्ट्री को जलाना व मलिक की भी हत्या करना चाहती थी भीड़
पाकिस्तान के सियालकोट में ईश निंदा के आरोप में श्रीलंकाई नागरिक की लिंचिंग की जांच कर रही पुलिस ने दावा किया है कि भीड़ कपड़ा फैक्ट्री को आगे के हवाले करते हुए उसके मालिक की भी हत्या करना चाहती थी।
नई दिल्ली, एजेंसी। पाकिस्तान के सियालकोट में ईश निंदा के आरोप में श्रीलंकाई नागरिक की लिंचिंग की जांच कर रही पुलिस ने दावा किया है कि भीड़ कपड़ा फैक्ट्री को आगे के हवाले करते हुए उसके मालिक की भी हत्या करना चाहती थी। इस मामले में पुलिस अबतक 26 प्रमुख समेत कुल 131 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, फैक्ट्री के महाप्रबंधक प्रियंता कुमारा की बर्बर हत्या करने वाली भीड़ ने कई बोतलों में पेट्रोल इकट्ठा कर रखा था। उन्मादी भीड़ फैक्ट्री को आग के हवाले करने के साथ-साथ उसके मालिक की भी हत्या करना चाहती थी। भीड़ फैक्ट्री मालिक की पिटाई कर रही थी, तभी पुलिस आ गई और उसे बचा लिया।
पाकिस्तान में ईश निंदा के आरोप में श्रीलंकाई नागरिक की लिंचिंग का मामला
भीड़ की पिटाई से प्रियंता की सभी हड्डियां टूट गई थीं और उनका शरीर 99 फीसद झुलस गया था। कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के समर्थकों ने सियालकोट जिले में स्थित एक कपड़ा फैक्ट्री पर शुक्रवार को हमला बोल दिया था। ईश निंदा के आरोप में भीड़ ने फैक्ट्री के महाप्रबंधक प्रियंता कुमारा की न सिर्फ पीट-पीटकर हत्या कर दी थी, बल्कि उनके शव को सड़क पर रखकर जला दिया था। 40 वर्षीय कुमारा सात वर्षों से भी ज्यादा समय से स्पोर्ट्स वियर बनाने वाली रजको इंडस्ट्रीज में काम करते थे।
प्रेट्र के अनुसार, पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपितों में से 15 को गुजरावाला स्थित आतंकवाद निरोधक अदालत में पेश किया, जहां से सभी को 15 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को श्रीलंकाई नागरिक को बचाने के लिए भीड़ में कूद पड़ने वाले सहयोगी मलिक अदनान को तमगा-ए-शुजात (बहादुरी के लिए सम्मान) देने का एलान किया है।
श्रीलंका पहुंचा प्रियंता के शरीर का अवशेष
न्यूज फर्स्ट चैनल के मुताबिक, प्रियंता कुमारा के शरीर का अवशेषष सोमवार को कोलंबो पहुंच गया। इससे पहले एंबुलेंस के जरिये अवशेषष को लाहौर हवाईअड्डे पर लाया गया। वहां पंजाब के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री एजाज आलम ने ताबूत में बंद प्रियंता के शरीर का अवशेषष श्रीलंकाई उच्चायोग के अधिकारियों को सौंपा।