मंजूर पश्तीन की रिहाई के लिए विरोध तेज, पेरिस में पाकिस्तान दूतावास के बाहर इकट्ठा हुए पश्तूनी
पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट (PTM) के संस्थापक और मानवाधिकार कार्यकर्ता मंजूर पश्तीन ( Manzoor Pashteen) की गिरफ्तारी के बाद लगातार विरोध प्रदर्शन तेज हो रहे हैं।
पेरिस, एएनआइ। पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट (PTM) के संस्थापक और मानवाधिकार कार्यकर्ता मंजूर पश्तीन ( Manzoor Pashteen) की गिरफ्तारी के बाद लगातार विरोध प्रदर्शन तेज हो रहे हैं। अब फ्रांस और यूरोप में रहने वाले पश्तूनी पेरिस में पाकिस्तान दूतावास के बाहर इकट्ठा हुए। ये प्रदर्शनकारी मंजूर पश्तीन कि रिहाई की मांग कर रहे हैं। इससे पहले लंदन दूतावास के बाहर पश्तून कार्यकर्ताओं ने अपने नेता कि रिहाई की मांग की थी।
27 जनवरी को हुई थी गिरफ्तारी
मिली जानकारी के मुताबिक, पश्तीन को राजद्रोह के आरोप में आजीवन कारावास की सजा हो सकती है। बता दें कि पाकिस्तान में करीब 3 करोड़ लोग पश्तून रहते हैं। फाफी समय से पाकिस्तानी सेना की तरफ से पश्तून लोगों के साथ अत्याचार और बुरा बर्ताव करने की खबरें आती रही रही है। मीडिया रिपोर्स के मुताबिक, उनकी आबादी को खत्म करने प्रयास किया जा रहा है।बता दें कि पिछले दिनों पाकिस्तान सेना पर मानवाधिकार कार्यकर्ता मंजूर पश्तीन ने निशाना साधा था। इसके बाद पश्तीन को 27 जनवरी 2020 कथित तौर षडयंत्र रचने और राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी की थी निंदा
इस बीच मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी पश्तीन की गिरफ्तारी की निंदा की है। बता दें कि पीटीएम देश के कबाइली इलाकों में पाकिस्तानी सेना की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाता रहता है। उनकी मांग है कि पश्तून समुदाय के लोगों की हत्याएं, उन्हें जबरन लापता और गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तार किए जाने पर रोक लगाई जाए। बता दें कि पिछले दिनों पाकिस्तान सेना पर मानवाधिकार कार्यकर्ता मंजूर पश्तीन ने निशाना साधा था। इसके बाद पश्तीन को 27 जनवरी 2020 कथित तौर षडयंत्र रचने और राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
हो सकती है आजीवन कारावास की सजा
मिली जानकारी के मुताबिक, पश्तीन को राजद्रोह के आरोप में आजीवन कारावास की सजा हो सकती है। बता दें कि पाकिस्तान में करीब 3 करोड़ लोग पश्तून रहते हैं। फाफी समय से पाकिस्तानी सेना की तरफ से पश्तून लोगों के साथ अत्याचार और बुरा बर्ताव करने की खबरें आती रही रही है। मीडिया रिपोर्स के मुताबिक, उनकी आबादी को खत्म करने प्रयास किया जा रहा है।