ईशनिंदा मामले में आसिया की रिहाई के विरोध में आंदोलन कर रहे 250 लोग गिरफ्तार
पाकिस्तान में आसिया बीबी को दोषमुक्त किए जाने के विरोध में कई शहरों में चल रहे प्रदर्शनों में शामिल 250 लोगों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया
इस्लामाबाद, प्रेट्र। पाकिस्तान में ईशनिंदा मामले में ईसाई महिला आसिया बीबी को दोषमुक्त किए जाने के विरोध में कई शहरों में चल रहे प्रदर्शनों में शामिल 250 लोगों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
ये लोग तीन दिन से सड़कों पर धरना दे रहे थे, निकलने का प्रयास करने वालों के वाहन तोड़ रहे थे और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे। चीन यात्रा पर गए प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रदर्शनों पर नाराजगी जताई है। उन्हीं के आदेश पर कार्रवाई हुई है।
कट्टरपंथी इस्लामिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) से समझौता वार्ता टूटने के एक दिन बाद आंदोलन को कुचलने के लिए सरकार हरकत में आई है। आसिया बीबी (47) पर आरोप था कि उसने पड़ोसियों से झगड़े के समय इस्लामिक मान्यता के खिलाफ बातें कहीं। मामले में उसे गिरफ्तार कर मुकदमा चलाया गया और 2010 में उसे दोषी करार दिया गया। आठ साल उसने तन्हाई (एकांत कारावास) में काटे।
बीते बुधवार को पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय पीठ ने आसिया बीबी की अपील को स्वीकार करते हुए उसे मामले से बरी कर दिया और जेल से रिहा करने के आदेश दिए। इस पीठ की अध्यक्षता पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश साकिब निसार कर रहे थे।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आते ही कट्टरपंथी सड़कों पर उतर आए और विरोध जताने लगे। टीएलपी के नेतृत्व में राजमार्ग और बड़ी सड़कें रोक दी गईं जिससे देश के प्रमुख इलाकों में आवागमन चरमरा गया।
गृह मंत्री के निर्देश के बाद की गई कार्रवाई में पांच हजार प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं। जिनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं उनमें टीएलपी प्रमुख खादिम हुसैन रिजवी और वरिष्ठ नेता अफजल कादरी शामिल हैं।
इन पर दंगा फैलाने और प्रदर्शन करके शांति भंग करने के मामले दर्ज किए गए हैं। लाहौर में 1,500 प्रदर्शनकारियों पर मामले दर्ज किए गए हैं। फैसलाबाद में तीन हजार लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। राजधानी इस्लामाबाद में 100 से ज्यादा लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
नरमी से गलत संदेश जाएगा
इससे पहले प्रदर्शनकारियों के साथ बरती जा रही नरमी से नाखुश पाकिस्तान की मानवाधिकार मामलों की मंत्री शिरीन मजारी ने कहा था- खूनखराबे से बचने के लिए तुष्टीकरण की नीति प्रदर्शनकारियों को गलत संदेश दे सकती है।
आसिया के पति ने ट्रंप से लगाई गुहार
आसिया बीबी के पति आशिक मसीह ने पाकिस्तान से सुरक्षित निकाले जाने और अन्य देश में शरण के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से गुहार लगाई है। ब्रिटिश पाकिस्तान क्रिश्चियन एसोसिएशन ने भी मसीह की इस मांग का समर्थन किया है।
मसीह ने कहा है कि पाकिस्तान में जिस तरह का माहौल बन गया है अब उनका और उनके परिवार का वहां रहना सुरक्षित नहीं है। मसीह ने कट्टरपंथियों के प्रति पाकिस्तान सरकार के नरम रुख की भी निंदा की है। जेल में आसिया की रिहाई को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल किए जाने की भी निंदा की है।