इस्लामाबाद, एएनआई। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान शनिवार को हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद यहां की एक अदालत में पेश हुए और कोर्ट परिसर के बाहर ही उनका गिरफ्तारी वारंट रद्द हो गया।
इस दौरान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थकों ने जमकर उत्पाद मचाया। इमरान खान के आवास से लेकर कोर्ट परिसर तक भारी भीड़ देखने को मिली और सड़कें युद्ध के मैदान में तब्दील हो गईं।
सार्वजनिक संपत्ति को आग के हवाले किया
समाचार एजेंसी एएनआई ने डॉन के हवाले से बताया कि इमरान खान के कोर्ट परिसर के पहुंचने के बाद यह इलाका युद्ध के मैदान में तब्दील हो गया और झड़पों की वजह से कम से कम 25 लोग घायल हो गए। इसके अलावा सार्वजनिक संपत्ति को आग के हवाले कर दिया गया।
इस्लामाबाद में पुलिस और पीटीआई समर्थकों के बीच घंटों चली झड़पों के बाद मोटरसाइकिल समेत 30 वाहनों और एक पुलिस चौकी में आग लगा दी गई। इसी हफ्ते की शुरुआत में कानून प्रवर्तन अधिकारियों और पीटीआई समर्थकों के बीच ज़मान पार्क में एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए थे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पुलिस की कारों में पेट्रोल बम मारकर आग लगाई गई और पुलिस पर पथराव किया गया। इस स्थिति से निपटने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
सुरक्षा के कड़े इंतेजाम
रिपोर्ट के मुताबिक, कोर्ट परिसर के पास से भीड़ को दूर रखने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए थे। 4000 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई थी, जिनमें 700 एफसी सदस्य और 1,000 पंजाब पुलिस अधिकारी शामिल थे।
उधर, लाहौर में इमरान के जमान पार्क स्थित आवास में पहुंचकर पुलिस ने वहां पर हुए निर्माण को ध्वस्त कराया। विदेशी सरकारों की ओर से मिले उपहारों में भ्रष्टाचार के मामले में चुनाव आयोग की दायर याचिका पर अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जफर इकबाल की अदालत सुनवाई कर रही है।
कई बार समन किए जाने पर इमरान के पेश न होने पर अदालत ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। शनिवार को समर्थकों की भारी भीड़ के साथ न्यायालय में उपस्थित होने के लिए पहुंचे इमरान का न्यायाधीश ने कई घंटे इंतजार किया। हालांकि, कोर्ट परिसर के बाहर इमरान की उपस्थिति को स्वीकार करते हुए उनकी गिरफ्तारी के लिए जारी हुए वारंट को रद्द कर दिया।