पाकिस्तान में 160 डॉक्टर संक्रमित, पीपीई किट की मांग को लेकर सड़क पर उतरे चिकित्साकर्मी
पाकिस्तान में पीपीई मेडिकल किट के अभाव में अब तक कुल 250 मेडिकल स्टाफ कोरोना की चपेट में आ चुके हैं जिनमें 160 डॉक्टर भी शामिल हैं। पढ़ें यह ग्राउंड रिपोर्ट...
लाहौर, पीटीआइ। पाकिस्तान में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर बेहद खराब स्थितियों में काम कर रहे हैं। डॉक्टरों को पीपीई किट (Personal Protective Equipment, PPE kit) तक उपलब्ध नहीं हो रहा है जिसे लेकर आए दिन वे विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, अब तक 160 पाकिस्तानी डॉक्टर कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। यही नहीं तीन डॉक्टरों की संक्रमण से मौत भी हो चुकी है। पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन के मुताबिक, अब तक कुल 250 मेडिकल स्टाफ कोरोना की चपेट में आ चुके हैं जिनमें 160 डॉक्टर भी शामिल हैं।
पाकिस्तान में डॉक्टरों की बदहाली का आलम यह है कि उन्हें पीपीई किट के लिए धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब हेल्थ डिपार्टमेंट के बाहर डॉक्टरों और नर्सों का धरना प्रदर्शन लगातार नौवें दिन भी जारी है। इन सभी की मांग है कि उन्हें वायरस से बचाव के लिए पीपीई किट मुहैया कराई जाए। उधर, कोरोना महामारी से जूझ रहे पाकिस्तान की इमरान सरकार ने लॉकडाउन को 15 दिन बढ़ाकर नौ मई तक के लिए कर दिया है। सरकार ने यह कदम डॉक्टरों की उस चेतावनी के बाद उठाया कि पाबंदियों में ढील देने से कोरोना के मामलों में तेज बढ़ोतरी हो सकती है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार में शनिवार को प्रकाशित खबर के अनुसार, लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने का निर्णय कोरोना पर गठित राष्ट्रीय समन्वय समिति की प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई बैठक में लिया गया। योजना और विकास मामलों के मंत्री असद उमर ने बताया कि चारों प्रांतीय सरकारों और गिलगिट बाल्टिस्तान व गुलाम कश्मीर के साथ चर्चा के बाद लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला लिया गया। सरकार ने लोगों से कहा है कि वे रजमान के दौरान मस्जिद जाने के संदर्भ में सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
पाकिस्तान में कोरोना से अब तक करीब 12 हजार लोग संक्रमित हो चुके हैं। 253 की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि मुल्क में बीते 24 घंटे में 785 नए मामले सामने आने के साथ ही पीडि़तों की संख्या बढ़कर 11 हजार 940 हो गई है। इनमें से 5,046 मामले पंजाब प्रांत में हैं, जबकि सिंध में 3,945 लोग कोरोना की चपेट में हैं।